होली भजन

MOHE HORI ME KAR GAYO मोहे होरी में कर गयो तंग

मोहे होरी में कर गयो तंग, ये रसिया माने ना मेरी, हिया मोरा उमंग में, होरी खेले साँवरा, श्री राधा जी के संग में, मोहे होरी में कर गयो तंग, ये रसिया माने ना मेरी, माने ना मेरी माने ना मेरी, मोहे होली में कर गयो तंग, ये रसिया माने ना मेरी, ग्वाल बालन सं…

CHALO KHELENGE HOLI चलो खेलेंगे होली

श्याम से श्यामा बोली, चलो खेलेंगे होली। श्याम से श्यामा बोली, चलो खेलेंगे होली॥ बाग़ है यह अलबेला, लगा कुंजो में मेला। हर कोई नाचे गाये, रहे कोई ना अकेला। झूम कर सब ये बोलो, हर बरस आये यह होली॥ चलो खेलेंगे होली, चलो खेलेंगे होली। श्याम से श्यामा बोली…

RANG DAR GAYO RI रंग डार गयो री, मोपे सांवरा

रंग डार गयो री मोपे साँवरा, रंग डार गयो री मोपे सांवरा, मर गयी लाज़न हे री मेरी बीर, मैं का करुं सजनी होरी में, रंग डार गयो री, मोपे सांवरा। मारी तान के ऐसी मोपे, पिचकारी, मारी तान के ऐसी मोपैं,  पिचकारी, मेरो भीज्यों तन को चीर, मैं का करूँ सजनी होरी …

SAKHI RI METO FAG MANAUNGI सखी री में तो फ़ाग मनाऊंगी

डफ ढोल बजाऊंगी सखी री में तो फ़ाग मनाऊंगी.....x3 बरसने में आज मची है आज सखी रंगाली होली, ओह्ह सखी रंगाली होली...... हा हा सखी रंगाली होली...... भरली सबने रंग पिचकारी ।। भरली रंग घूमोरी रंग में रंग जाऊंगी ।। सखी री में तो फ़ाग मनाऊंगी...... डफ ढोल बजाऊं…

RADHE KHELAN PADHARO राधे खेलन पधारो श्री वृन्दावन में

होरी खेलन पधारो श्री वृन्दावन में श्यामा खेलन पधारो श्री वृन्दावन में राधे खेलन पधारो श्री वृन्दावन में श्री वृन्दावन में श्री मधुवन में राधे खेलन पधारो श्री वृन्दावन में होरी खेलन पधारो श्री वृन्दावन में आई बसंत बहार करे कोयल पुकार पड़े रंगन की फुहार…

FAG KHELAN BARSANE AAYE HE फाग खेलन बरसाने आये हैं

फाग खेलन बरसाने आये हैं नटवर नंद किशोर घेर लई सब गली रंगीली छाय रही छबि छटा छबीली जिन ढोल मृदंग बजाये हैं बंसी की घनघोर फाग खेलन बरसाने आये हैं नटवर नंद किशोर जुर मिल के सब सखियाँ आई उमड घटा अंबर में छाई जिन अबीर गुलाल उडाये हैं मारत भर भर झोर फाग खे…

HOLI KESE KHELU RI YA होली कैसे खेलू री, या सांवरिया के संग रंग में

मैं होली कैसे खेलू री, या सांवरिया के संग रंग में, मैं होली कैसे खेलू री, या सांवरिया के संग रंग में। कोरे कोरे कलश मंगाए, उनमें घोरा रंग, भर पिचकारी ऐसी मारी, चोली हो गई तंग, रंग में, मैं होली कैसे खेलू री, या सांवरिया के संग रंग में। नैनन सूरमा दां…

MITHILA ME RAM KHELE HOLI मिथिला में राम खेले होली

मिथिला में राम खेले होली, मिथिला में राम खेले होली, हो खेले होली,हो खेले होली,मिथिला में, मिथिला में,मिथिला …… 2 किनके हाथ कनक पिचकारी, -2 किनके हाथ अबीर झोली, किनके हाथ अबीर झोली,मिथिला में, मिथिला में राम खेले होली, मिथिला में राम खेले होली। मिथिला…

BARSANE ME AAJ बरसाने में आज धूम मची होली की

बरसाने में आज धूम मची होली की, धूम मची होली की, धूम मची होली की, बरसानें में आज धूम मची होली की।। रंग रंगीलो फागुण आयो, ब्रज वासी को मन हर्षायो, रंग रंगीलो फागुण आयो, ब्रज वासी को मन हर्षायो, नाचे दे दे ताल, धूम मची होली की, बरसानें में आज धूम मची हो…

Mere kanha jo aaye palat ke

मेरे कान्हा जो आये पलट के, आज  होली मैं खेलूंगी डट के, अपने तन पे गुलाल लगा गे, उनके पीछे मैं छुपके से जाके, रंग दूंगी उन्हें मैं लिपट के, आज  होली मैं खेलूंगी डट के, की उन्हों अगर जोरा-जोरी, जोरा-जोरी,जोरा-जोरी, छिन्नी पिचकारी बाइयाँ मरोरी, गरियाँ म…

मेरा खो गया बाजूबन्द रसिया-MERO KHO GAYO BAJU BAND

हो मेरा खो गयो बाजूबन्द रसिया ,  ओ रसिया होली में होली में होली में होली-होली में ,  ओ रसिया होली में  ||  मेरा खो  गयो बाजूबन्द मेरो बड़े री मोल का ,  तोसे बनवाऊँ पूरे तोल का सुन!!!! सुन नन्द के   परचन्द ,  ओ रसिया होली में  ||  मेरा खो  गयो…

फागुन के दिन चार रे- FAGUN KE DIN CHAR

फागुन के दिन चार रे , होली खेल मना रे , फागुन के दिन चार। बिन करताल पखावज बाजे , अनहद की टंकार रे    बिन सुर राग छतीसों गावे , रोम-रोम झंकार रे           होली खेल मना रे , फागुन के दिन चार ॥ शील-संतोष की केसर घोरी , प्रेम-प्रीत पिचकार रे …

होरी में लाज न कर गोरी होरी में- HORI ME LAJ NA KAR GORI

होरी में लाज न कर गोरी होरी में। हम ब्रज के रसिया तू गोरी, ऐसी सुघड़ बनी यह जोरी, होरी में, हाँ हाँ होरी में, हम्बै होरी में, होरी में ---- जो हमसे सूधे नहीं खेले, तो फिर हम करि हैं बरजोरी, होरी में, हाँ हाँ होरी में, हम्बै होरी में,…

होरी खेल रहे नन्दलाल, गोकुल की कुंज गलिन में- HORI KHEL RAHE NAND LAL

होरी खेल रहे नन्दलाल, गोकुल की कुंज गलिन में, गोकुल की कुंज गलिन में, मथुरा की सँकरी गलिन में ॥ होरी खेल ---- पूरब में राधा प्यारी, पश्चिम में कृष्ण मुरारी, उत्तर दक्खिन गोपी ग्वाल, गोकुल की कुंज गलिन में। याने भर पिचकारी मारी, चूनर की सुरत…

नेक आगे आ श्याम तोपे रंग डारूँ, नेक आगे आ- NEK AGE AA SHYAM TOPE

नेक   आगे आ श्याम तोपे रंग डारूँ ,  नेक आगे आ        हाँ रे नेक आगे आ ,  हम्बै नेक आगे आ        नेक आगे आ श्याम तोपे रंग डारूँ ,  नेक आगे आ। रंग डारूँ तेरे अंगन सारूँ ,  रंग डारूँ तेरे अंगन सारूँ लाला ,        तेरे गालन पे ,…

डार गयो री, डार गयो री, रंगीलो रंग डार गयो री मेरी बीर DAR GAYO RI DAR GAYO RI

डार गयो री ,  डार गयो री ,  रंगीलो रंग डार गयो री मेरी   बीर। तान दई मम तन पिचकारी ,              फ़ट्यो कंचुकी चीर ,  रंगीलो रंग डार गयो री मेरी बीर। चूनर बिगर गई   जरतारी ,              कसकत दृगन अबीर ,  रंगीलो रंग डार गयो री मेरी बीर। …

फाग खेलन बरसाने आए हैं, नटवर नन्दकिशोर- FAG KHELAN BARSANE AAYE HEN

फाग खेलन बरसाने आए हैं ,  नटवर नन्दकिशोर नटवर नन्दकिशोर ,  नटवर नन्दकिशोर ,  फाग खेलन -------- घेर लई सब गली रंगीली ,        छाय रही सब छवि छवीली ,              जिन अबीर ,  जिन अबीर ,  जिन अबीर , गुलाल उड़ाए हैं ,  मारत भर-भर झोर ,  फाग…

होली खेल रहे नन्दलाल- HOLI KHEL RAHE NAND LAL BRINDAVAN

होली खेल रहे नन्दलाल सबका हाल बेहाल कर रहे हैं , साथ में चुनरी की भी शोभा बिगाड़ रहे हैं। तब भी भक्त जन मुग्ध नहीं , मन्त्र-मुग्ध हैं। होली खेल रहे नन्दलाल ,  वृन्दावन की कुंज गलिन में वृन्दावन की कुंज गलिन में ,   वृन्दावन की कुंज गलिन में…

आज बिरज में होरी रे रसिया- AAJ BIRAJ ME HORI RE RASIYA

आज बिरज में होरी रे रसिया         होली रे रसिया ,  बरजोरी रे रसिया   ॥   आज बिरज में ----------- चोवा चन्दन और अगरजा,    केसर मृगमद घोरी रे रसिया ॥  आज बिरज में ----------- इधर से आए कुँवर कन्हैया ,  इधर से आए कुँवर कन्हैया         उधर से राधा …

नन्द के द्वार मची होली- NAND KE DWAR MACHI HOLI

नन्द के द्वार मची होली सूरदास जी की दृष्टि में कुँवर कन्हैया की होली कैसी है ? बाबा नन्द के द्वार पर होली की धूम है। एक ओर पाँच वर्ष के कुँवर कन्हैया खड़े हैं तो दूसरी ओर सात वर्ष की राधा रानी। प्रभु इस जोड़ी को बनाए रखें , यह सूर जी की विनती है। …

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चलो तुम तोड़ दो ये दिल