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DARBAR ME KHATU WALE KE _ दरबार में खाटू वाले के दुःख


                       दरबार में खाटू वाले के दुःख 

तर्ज - क्या तुम्हें पता है ए गुलशन

दरबार में खाटू वाले के दुःख दर्द मिटाए जाते है,
गर्दिश के सताए लोग यहाँ सिने से लगाए जाते है,
दरबार में खाटु वाले के दुःख दर्द मिटाए जाते है

ये महफ़िल है मतवालों की हर भक्त यहाँ मतवाला है,
भर भर के जाम इबादत के यहाँ खूब पिलाए जाते है,
दरबार में खाटु वाले के...........

जिन भक्तों पे ऐ जग वालों, है खास इनायत इस दर की
उनको ही बुलावा आता है दरबार बुलाए जाते है,
दरबार में खाटु वाले के.......

किस्मत के मारे कहाँ रहे जिनका ना ठोर ठिकाना है,
जो श्याम शरण में आते है पलकों पे बिठाए जाते है,
दरबार में खाटु वाले के.....

मत घबराओ ऐ जग वालों इस दर पे शीश झुकाने से,
जिनका भी झुका है शीश यहाँ मुकाम वो ऊँचा पाते है,
दरबार में खाटु वाले के.....

EK VIDHATA HI NIRDOSH RAHA - एक विधाता बस निर्दोष रहा ॥


 

एक विधाता ही बस निर्दोष रहा  

तर्ज -दिल का खिलौना हा टूट गया

एक विधाता बस निर्दोष रहा ॥

सब में कोई ना कोई दोष रहा ।
एक विधाता बस निर्दोष रहा ॥
सब में कोई ना कोई दोष रहा ।
एक विधाता बस निर्दोष रहा । 

वेद शास्त्र का महापंडित ज्ञानी,

रावण था पर था अभिमानी,

शिव का भक्त भी सिया चुरा कर,

कर बैठा ऐसी नादानी,

राम से हरदम रोष रहा ।

सब में कोई ना कोई दोष रहा ।

एक विधाता बस निर्दोष रहा ॥


युधिष्टर धर्मपुत्र बलकारी,

उसमें ऐब जुए का भारी,

भरी सभा में द्रोपदी की भी,

चीखें सुनकर धर्म पुजारी,

बेबस और खामोश रहा ।

सब में कोई ना कोई दोष रहा ।

एक विधाता बस निर्दोष रहा ॥


विश्वामित्र ने तब की कमाई,

मेनका अप्सरा पर थी लुटाई,

दुर्वासा थे महा ऋषि पर,

उनमें भी थी एक बुराई,

हरदम क्रोध व जोश रहा ।

सब में कोई ना कोई दोष रहा ।

एक विधाता बस निर्दोष रहा ॥


सारा जग ही मृगतृष्णा है,

कौन यहां पर दोष बिना है,

नत्था सिंह में दोष हजारों,

जिसने सब का दोष गिना है,

फिर यह कहा निर्दोष रहा ।

सब में कोई ना कोई दोष रहा ।

एक विधाता बस निर्दोष रहा ॥

मैंने भी अवगुण समझाए

में भी कहाँ निर्दोष रहा 

TAKDEER BADAL JATI HAI तकदीर बदल जाती है



 तकदीर बदल जाती है बरसाना आने से,
बरसाना आने से राधा गुण गाने से,

बिन कारन करुना बरसावत प्रेम सो प्यारी दवार भुलावत,
जन्मो की प्यास जाती है दर्शन मिल जाने से,
बरसाना आने से राधा गुण गाने से,
तकदीर बदल जाती है 


मांगत भीख कृपा  की राधे,
तुम करुनामई प्रेम अगाधे ,
मुझे ब्रिज की याद आती है दरबार में आने से.
बरसाना आने से राधा गुण गाने से,
तकदीर बदल जाती है

जप ताप साधन, एक ना जानू,
ना कछु  पूजन की विधि जानू,
प्यारे की याद आती है राधा गुण गाने से,
बरसाना आने से राधा गुण गाने से,
तकदीर बदल जाती है 

तकदीर बदल जाती है वृद्धावन आने से,
वृन्दावन आने से वृन्दावन आने से,
तकदीर बदल जाती है वृद्धावन आने से,

वृन्दावन में बांके बिहारी राधा वल्लभ की छवि प्यारी,
दर्शन पाने से तकदीर बदल जाती है वृद्धावन आने से,

घर  घर तुलसी ठाकुर सेवा माखन मिश्री दूध का लेवा,
भोग लगाने से तकदीर बदल जाती है वृद्धावन आने से,

वृन्दावन में यमुना मइयां,मधुर मधुर कदमन की छइयां,
यमुना नहाने से यमुना नहाने से,
तकदीर बदल जाती है वृद्धावन आने से,

JHIL MIL SITARON KA हर साँस में हो सुमिरन तेरा

हर साँस में हो सुमिरन तेरा,

यूँ बीत जाये जीवन मेरा, तेरी पूजा करते बीते साँझ सवेरा, यूँ बीत जाये जीवन मेरा, नैनो की खिड़की से तुमको पल पल मै निहारूँ, मन में बिठालू, तेरी आरती उतारूँ, डाले रहू तेरे चरणों में डेरा, यूँ बीत जाए जीवन मेरा, जो भी तेरा प्यारा हो, वो मेरे दिल का प्यारा हो, मेरे सर का ताज मेरी आँखों का तारा हो, सबमे निहारूँ रूप सुनहरा, यूँ बीत जाए जीवन मेरा, प्यार हो, सत्कार हो, एतबार हो तुम्हारा, सुख भी हो सारे और याद हो इशारा, हो आत्मा पर तेरा ही डेरा, यूँ बीत जाए जीवन मेरा, तेरी पूजा करते बीते साँझ सवेरा, यूँ बीत जाए जीवन मेरा, हर साँस में हो सुमिरन तेरा, यूँ बीत जाए जीवन मेरा

MORPANKH WALA MILGYA मोर पंख वाला मिल गया

 अकेली गई थी ब्रिज में कोई नही था मेरे मन में

मोर पंख वाला मिल गया

नींद चुराई बंसी बजा के चैन चुराया सैन चुरा के
लगी आस मेरे मन में गई थी मैं वृंदावन में बांसुरी वाला मिल गया
मोर पंख वाला मिल गया

उसी ने बुलाया उसी ने रुलाया ऐसा सलोना श्याम मेरे मन भाया
तेरी बांकी चाल देखी तेरा मुकट भी देखा
टेढ़ी टांग वाला मिल गया
मोर पंख वाला मिल गया

बांके बिहारी मेरे हिरदये में बरसाऊ
तेरे बिन श्याम सुंदर कहा चैन पाई
लगन लगी तन मन में ढूंड रही मैं निधि वन में
गाऊये वाला मिल गया मोर पंख वाला मिल गया

DIL DEEWANA NA JANE KAB HOGYA मनमोहन के चरणों मे दिल खो गया

मनमोहन के चरणों मे दिल खो गया

तेरे दर पे आके दिल खुश हो गया खुश हो गया x2 खुश हो गया मेरे श्याम  दर दर भटका मैं प्रभू समझ मे सब कुछ आ गया ठोकर खाकर दुनिया की द्वारे तेरे मैं आ गया माफ करो मुझे देर हुई आने में जरा देर भई अब आगया अब आगया अब आगया मेरे श्याम जब तक दौलत पास है दुनिया तेरे साथ है कंगाली आ जाये तो कोई नही तेरे साथ है दुनिया के सारे बंधन स्वार्थ के है सब बंधन मैं समझ गया लो समझ गया हाँ समझ गया मेरे श्याम

तेरे ही दर का पुजारी बनूं आठों प्रहर तेरा नाम जपूं तन मन न्योछावर तुझपे करूँ भक्ति से बाबा तुझे खुश करूँ मैंने पा लिये मैने पा लिये मैंने पा लिये चारो धाम दुनिया के झंझट से तो प्यारा तेरा प्यार है भक्त सभी सच्चे यहॉं साँचा तेरा दरबार है भाव से जो कोई आये यहाँ परम कृपा पा जाए यहाँ मैं पा गया, मैं पा गया, पा गया मैं आशीर्वाद

TU HE MERA ME HU TERA SAWRW तू है मेरा मैं तेरा ही हु सँवारे MRER RASHKE QAMR

 तू है मेरा मैं तेरा ही हु सँवारे,

जी रहा हु किरपा पे तेरी संवारे,
मिल गई हर ख़ुशी मिट गए सारे गम.
बात बिगड़ी बनाई मेरे सँवारे,
तू है मेरा मैं तेरा ही हु सँवारे,

दो जहां का मालिक तू दया वां है ,
अपने भगतो पे तू तो मेहरबानी है
तू ही साहिल तू कश्ती मेरे सँवारे,
जी रहा हु किरपा पे तेरी सँवारे ,
तू है मेरा मैं तेरा ही हु सँवारे,

तुझसे मिलने की चाहत दिल में लगी
प्यास दर्शन की मेरे मन में जगी,
मान लो अब तो अर्जी मेरे सँवारे,
जी रहा हु किरपा पे तेरी सँवारे ,
तू है मेरा मैं तेरा ही हु सँवारे,

KIRTAN ME AB RANG .कीर्तन मे अब रंग बरसने वाला है

 

तर्ज _  काली कमली वाला 


कीर्तन मे अब रंग बरसने वाला है,
देखो देखो आ गया बजरंग बाला है,
जहाँ जहाँ कीर्तन प्रभु का होता है,
नाचे हनुमत होकर के मतवाला है,
कीर्तन मे अब रंग.......

पाँव में घुँघरू बांधे है हाथ में करताल,
ठुमक ठुमक कर झूमता है अंजनी का लाल,
पी रहा मस्ती का भर भरकर प्याला है,
देखो देखो आ गया..........

राम का दरबार हो या श्याम का दरबार,
रहता है हनुमान हरदम सेवा में तैयार,
अपने प्रभु का ये तो भक्त निराला है,
देखो देखो आ गया......

भक्ति का भण्डार है ये प्रेम का सागर,
माँग लो अनमोल धन ये हाथ फैला कर,
खुलवा लो जो बंद करम का ताला है,
देखो देखो आ गया.....

कर रहे है भक्त सारे प्रार्थना इतनी,
भक्तिरस हमको चखा दो भक्त शिरोमणि,
“बिन्नू” ने चरणों मे डेरा डाला है,
देखो देखो आ गया .........

 

दुल्हे का चेहरा सुहाना लगता

 

SHIV KE PYARE GANESH शिव के प्यारे गणेश

 शिव के प्यारे गणेश, काटो विघन कलेश.

मेरे अंगना पधारो मैं तर जाऊंगा...

 इक दया की नजर आप करदो इधर .

मेरी बिगड़ी सुधारो मैं तर जाऊंगा...

रिद्धि सिद्धि के दाता कहें आपको .

 ज्ञान बुद्धि विधाता कहें आपको ...

 कर के मूषे सबारी चले आइये .

 मेरा नर तन सँवारो, मैं तर जाऊंगा ....

 चार मौदक के लड्डू चढ़ायें तुम्हें .

सारे देवों से पहले मनायें तुम्हें ...

नाम सुमरन करें शीश चरनन धरें .

पार भव से उतारो मैं तर जाऊंगा .....

 आपके दर पे जो भी सवाली आया .

 आज तक कोई दर से न खाली गया .....

मैं हूँ पापी अधम, है शरण में पदम्.

गीत मेरे निहारो, मैं तर जाऊंगा ........

MERE RASHKE QAMAR

VEENA VALI MA SHARE वीणा वाली माँ शारदे वीणा तुम बजा देना

 वीणा वाली माँ शारदे वीणा तुम बजा देना

 मैया अपनी वीणा से जरा रस बरसा देना 

श्वेत वसन वाली है,हंस की सवारी है 

प्रेम भरे आँचल को मुझी पे उढा देना

 तू जग से न्यारी है जग तेरा पुजारी है 

प्रेम भाव से सब रहें ऐसा ज्ञान दे जाना

 स्वर का तो ज्ञान नही,लय का ठिकाना नही 

संगीत सागर से  स्वर सुधा पिला देना 

 तुम से मेरी अर्जी है,आगे तेरी मर्जी है 

अंधकार मिट जाए ज्ञान का प्रकाश देना 

तुम तो ठहरे परदेसी धुन पर वंदना

 

SABSE PAHE TUMHE . सबसे पहले तुम्हे मनाऊँ,

 

सबसे पहले तुम्हे मनाऊँ, 
गौरी सूत गणराज, 
तुम हो देवों के सरताज, 
दूंद दुँदाला सूँड़ सुन्डाला, 
मस्तक मोटा कान, तुम हो देवों के सरताज।।

गंगाजल स्नान कराऊँ, 
केसर चंदन तिलक लगाऊं, 
रंग बिरंगे फुल मे लाऊँ, 
सजा सजा तुमको पह्राऊ, 
लम्बोदर गजवदन विनायक, 
राखो मेरी लाज, तुम हो देवों के सरताज।। 

जो गणपति को प्रथम मनाता, 
उसका सारा दुख मीट जाता, 
रिद्धि सिध्दि सुख सम्पति पाता, 
भव से बेड़ा पार हो जाता, 
मेरी नैया पार करो, 
मैं तेरा लगाऊं ध्यान, तुम हो देवों के सरताज।।

पार्वती के पुत्र हो प्यारे, 
सारे जग के तुम रखवाले, 
भोलेनाथ है पिता तुम्हारे, 
सूर्य चन्द्रमा मस्तक धारें, 
मेरे सारे दुख मीट जाये, 
देवों यही वरदान, तुम हो देवों के सरताज।। 

सबसे पहले तुम्हे मनाऊ, 
गौरी सूत गणराज 
तुम हो देवों के सरताज, 
दूंद दुँदाला सूँड़ सुन्डाला, 
मस्तक मोटा कान, तुम हो देवों के सरताज।।

देख तेरे संसार की हालत क्या हो गयी भगवान

 

HE GAJANN AAPKI DARKAR हे गजानन आपकी दरकार है

 

हे गजानन आपकी दरकार है, 
श्याम प्यारे का सजा दरबार है, 
श्याम प्यारे का सजा दरबार है, 
हे गजानन आपकी दरकार है।।

शुभ घडी आई सुहानी आइये, 
सिद्धि साथ अपने लाइये, 
आपकी महिमा तो अपरम्पार है, 
श्याम प्यारे का सजा दरबार है, 
हे गजानन आपकी दरकार है।। 

सबसे पहले आपकी सेवा करे, 
चरणों में सर को झुका वंदन करे, 
पहनिए फूलों के लाए हार है, 
श्याम प्यारे का सजा दरबार है, 
हे गजानन आपकी दरकार है।। 

देवताओं का लगा जमघट यहाँ, 
ये बताए आप अब तक है कहाँ, 
हम सभी को आपका इंतजार है, 
श्याम प्यारे का सजा दरबार है, 
हे गजानन आपकी दरकार है।। 

श्याम भक्तो की विनय सुन लीजिये, 
सब की अर्जी है दर्शन दीजिये, 
आपसे उत्सव की जय जयकार है, 
श्याम प्यारे का सजा दरबार है, 
हे गजानन आपकी दरकार है।।

 हे गजानन आपकी दरकार है,
श्याम प्यारे का सजा दरबार है, 
श्याम प्यारे का सजा दरबार है, 
हे गजानन आपकी दरकार है।।

दिल के अरमां आंसुओ में बह गए

 

RAM BANE HE DULHA राम बने हैं दूल्हा सीताजी दुल्हनिया

 राम बने हैं दूल्हा सीताजी दुल्हनिया

 आज होगा रे लगन सीताजी का राम संग 

बड़ी शुभ है घड़ीx2 

सब हरसाये सभी देते हैं बधाइयां 

कैसी जोड़ी है सजी, सींता संग राम की 

आये देव सभी x2 

राम बनेंगे आज सियावर,जानकी राम प्रिया हो 

मंदिर मंदिर घर घर छाई चारो तरफ खुशियां हो 

जनक दुलारी ने रघुवर का x2 

आज किया है वरन हो 

राम उढ़ाने आये सींता को चुनरियाx2 

आज होगा रे लगन सीताजी का राम संग 

बड़ी शुभ है घड़ीx2 

धर्म  निभाना है राजा को आज तो एक पिता का 

करनाहै कन्यादान जनक को आज तो अपनी सुता का 

जनक भरे हैं नैन में आंसू x2 

दिल मे बड़ी ये दुआ हो 

तुमको लगे ना लाडो किसी की नज़रिया x2 

आज होगा रे लगन सीताजी का राम संग 

बड़ी शुभ है घड़ीx2 

अवधपुरी के सब हर नारी आज भरे हैं उमंग से

 दसरथ हर्षित हर्षित हैं सब माताएं इस संग से 

रघुनंदन ने पूरा किया है x2 

आज तो सबका स्वपन हो 

राम ब्याह के लाये सींता को नगरिया x2 

आज होगा रे लगन सीताजी का राम संग 

 बड़ी शुभ है घड़ीx2 

कौन दिशा में लेके

 


MA ANJI KE LAL माँ अंजनी के लाल

 ना कजरे की धार 

माँ अंजनी के लाल 
कलयुग कर दियो निहाल 
ओ पवन पुत्र हनुमान 
तुम श्री राम के सेवक हो 

शिव शंकर के अवतार 
मेरे बालाजी सरकार
ओ पवन पुत्र हनुमान 
तुम श्री राम के सेवक हो 

तू माँ अंजनी का जाया 
शिव अवतारी कहलाया 
पाकर के अद्भुत शक्ति 
संसार में मान बढाया 

तेरी सूरत कुछ कपी सी 
कुछ मानव सी सुहाय
मन में राम समाए 
और तन सिंदूर रमाये 
तेरी छाती बज्र समाये 
तुम श्री राम के सेवक हो 

जब हरण हुआ सीता का 
कुछ पता नही लग पाया 
तूने जा के लंका नगरी 
माँ सीता का पता लगाया 
तूने राक्षस सब पछाड़े
पहले गरजे फिर दहाड़े 
                                                                सबको मिलकर दिए पछाड़

माँ अंजनी के लाल 
कलयुग कर दियो निहाल 
ओ पवन पुत्र हनुमान 
तुम श्री राम के सेवक हो 


LEKE SANJEEVNI SANKAT KO .वीर बजरंगी लखन भैया को बचाने आजा

 

लेके संजीवनी संकट को मिटाने आजा,
वीर बजरंगी लखन भैया को बचाने आजा

देर हो जाये गी तो प्राण निकल जायेगे,
माँ सुमिरता को कौन मुँह दिखाए गए ,
सब कहे गे की यहाँ राम ने नादानी की,
अपनी पत्नी के लिए भाई की क़ुरबानी दी,
आपने इस राम को आप यश से बचाने आजा,
मेरे बजरंगी लखन भैया को बचाने आजा,

दुःख में नल नील याम्वन्त और सुग्रीव याहा,
मेरे हनुमंत तुमने करदी इतनी देर कहा,
पुरे ब्रह्माण्ड में न ऐसा कोई शोक हुआ,
की जिसकी आह आहात ये तीनो लोक हुआ,
गीत अब अंजू का देवेंदर सुनाने आजा,
मेरे बजरंगी लखन भैया को बचाने आजा,

HAR GHADI YAAD SATAYE ,हर घड़ी याद सताये मोहन

आ भी जा श्या$$म मेरे,तीरे जुदा$$$ई से$$

मेरे सीने मेंभारी, ज़ख्म हो गया है 

इतना रोया$ है ये दि$ल तेरी या$द में,

मेरी आँखों का पानी, खत्म हो गया$ $

  

 हर घड़ी याद सताये मोहन 

तेरे गम में मैं बन गई जोगन 

मेरी अँखियाँ भी बन गई बैरन 

तेरे गम में मैं बन गई जोगन 

 

ओ मेरे श्याम बन गई जोगन 

 

ये सोचा नही था कि तेरे बिना

विरह का ये (विष) पड़ेगा पीना 

खड़ी हूँ तेरी राह में ना कोई मेरे पास है 

नैनों से बहे नीर और मन भी उदास है 

ये मन भी उदास है 

तेरे गम में मैं बन गई जोगन  

 

मैं तो बैठी हूँ यहाँ, श्याम तू ना आये 

बिन तेरे ओ नटवर, दिल मेरा घबराये 

चलते मेरे तो कदम, डगमगाने हैं लगे 

मेरी हर स्वांस भी अब तो,रुक जाने को कहे 

 

ओ मेरे मसीहा मुझे थाम ले 

मैं तेरी तू मेरा है ये जान ले 

सहे खूब मैंने जुदाई के गम 

लगे अब तो जीना भी मुझको भरम  

 

बंधी हूँ तेरी प्रीत से ना मेरा ये कसूर है 

बतादे मेरे सांवरा पर तु क्यूँ मजबूर है 

हाँ तू क्यूँ मजबूर है 

तेरे गम में मैं बन गई जोगन  

 

तुझे ओ कन्हैया आना ही पड़ेगा 

ज़माने को जलवा दिखाना पड़ेगा

तू दीन का सहाय है,भरोसा विश्वास है 

पड़ेगी तुझे सुननी ये दिल की आवाज़ है  

ये दिल की आवाज़ है 

तेरे गम में मैं बन गई जोगन 

ZINDA RAHNE KE LIYE  

 

 

naath muj anatha मुझ अनाथ पर दया किजिये

 दीनानाथ अनाथ का भला मिला संयोग

 गर मुझे ना ताराँ तो हंसी करेंगे लोग 

 प्रभु मुझ अनाथ पर दया किजिये 

आप अपने चरणों को धुला लीजिए 

 मेरे घाट आ गए हैं चरण को बढ़ाइए 

आइए करीब आके चरण को धुलाइये

 हाथ मेरे माथे पे रख दीजिये

 आप अपने चरणों को धुला लीजिए 

 रीतियों से पार करना केवटों का काम है

 पार करते आप सबको केवटों का नाम है

 मेरी हर बात पर गौर कीजिए 

आप अपने चरणों को धुला लीजिए

 चरण को धुलाकरके नाव में बिठाया 

नाव में बिठा कर के पार पहुंचाया पार किया है 

तुमको मुझे तारिये आप अपने चरणों को धुला लीजिए

 Ishq aur pyar ka maza, इश्क़ और प्यार का मज़ा लीजिये

kekai tune loot liya केकैयी तूने लूट लिया,

 केकैयी तूने लूट लिया, दशरथ के खजाने को,
तू तरस जाएगी रानी मांग अपनी सजाने को,

भाल तरसेगा बिंदिया को,
आंख तरसेगी कजरे को,
हाथ तरसेंगे कंगन को,
बाल तरसेंगे गजरे को,
तू तरस जाएगी रानी सबसे मिलने मिलाने को,
मार पाई ना तू मन को
तूने जाना है धन जन को,
रघुकुल के जीवन को,
राम भेजे है वन को,
तूने रस्ता चुना रानी सीधा नरक में जाने को,

राम प्राणों से प्यारे मेरे
नैनो के है तारे मेरे
तूने वर मांगा था मुझसे
ये उम्मीद ना थी तुझसे
रानी वन में ना तुम भेजो रघुकुल के घराने को

MUJHE PINE KA SHOK NAHI

RIDDHI SIDHI KE DATA रिध्दि सिद्धि के दाता सुनो गणपति, MERE RASHE KAMAR

 

रिध्दि सिद्धि के दाता सुनो गणपति, 
आपकी मेहरबानी हमें चाहिये, 
पहले सुमिरन करूँ गणपति आपका, 
लब पे मीठी सी वाणी हमें चाहिये, 
रिध्दि सिद्धि के दाता सुणो गणपति। 

रिध्दि सिद्धि के दाता सुनो गणपति, 
आपकी मेहरबानी हमें चाहिये, 
पहले सुमिरन करूँ गणपति आपका,
लब पे मीठी सी वाणी हमें चाहिये, 
रिध्दि सिद्धि के दाता सुणो गणपति।। 

सर झुकाता हूँ चरणों मे सुन लीजिये, 
आज बिगड़ी हमारी बना लीजिये, 
ना तमन्ना है धन की ना सर ताज की, 
तेरे चरणों की सेवा हमें चाहिये, 
रिध्दि सिद्धि के दाता सुणो गणपति।। 

तेरी भक्ति का दील मे नशा चूर हो, 
बस आँखो मे बाबा तेरा नूर हो, 
कण्ठ पे शारदा माँ हमेशा रहे, 
रिध्धि सिद्धि का वर ही हमें चाहिये, 
रिध्दि सिद्धि के दाता सुनो गणपति।। 

सारे देवों मे गुणवान दाता हो तुम, 
सारे वेदों मे ज्ञानो के ज्ञाता हो तुम, 
ज्ञान देदो भजन गीत गाते रहे, 
बस यही ज़िन्दगानी हमें चाहिये, 
रिध्दि सिद्धि के दाता सुनो गणपति।। 

रिध्दि सिद्धि के दाता सुनो गणपति, 
आपकी मेहरबानी हमें चाहिये, 
पहले सुमिरन करूँ गणपति आपका, 
लब पे मीठी सी वाणी हमें चाहिये, 
रिध्दि सिद्धि के दाता सुनो

RAM KE DAS RASTA DIKHA DO -राम के दास रस्ता दिखा दो

तर्ज़-- इश्क़ में हम तुम्हे कई बताएं

राम के दास रस्ता दिखा दो राम जी से मुझे तुम मिला दो,
हाथ जोड़े मैं कब से खड़ा हूं गलतियों को मेरी तुम भुला दो,
राम के दास रस्ता दिखा दो..........

रोया जब भी तुम्हीं ने संभाला ,
हर मुसीबत से बाहर निकाला,
मुझको भक्ति का प्याला पिला दो,
राम जी से मुझे तुम मिला दो,
राम के दास रस्ता दिखा दो.........

कौन सा काम तुमसे जो ना हो,
भोले भगवान की आत्मा हो,
लहरी चंदन वो घिसना सिखा दो,
राम जी से मुझे तुम मिला दो,
राम के दास रस्ता दिख दो......... 

राम के दास रस्ता दिखा दो राम जी से मुझे तुम मिला दो,
हाथ जोड़े मैं कब से खड़ा हूं गलतियों को मेरी तुम भुला दो,
राम के दास रस्ता दिखा दो..........

https://youtu.be/si9NO7CFEvw