किसी से दिल लगाने की जरूरत क्या है ? समंदर में आग लगाने की जरूरत क्या है? सच्चा राज़दार कहां मिलता है जमाने में। सब को राज़दार बनाने की जरूरत क्या है? हर बात से ता' अल्लुक रखते क्यों हो? बेवजह गहराई में जाने की जरूरत क्या है? न उसने समझा है तुम्…
रचा है सृष्टि को जिस प्रभु ने, रचा है सृष्टि को जिस प्रभु ने, वही ये सृष्टि चला रहे है, जो पेड़ हमने लगाया पहले, उसी का फल हम अब पा रहे है, रचा है सृष्टि को जिस प्रभु ने, वही ये सृष्टि चला रहे है इसी धरा से शरीर पाए, इसी धरा में फिर सब समाए, है …
वो चांदनी सा बदन वो चांदनी सा बदन ,ख़ुशबुओं का साया है बहुत अज़ीज़ हमें है, मगर पराया है उतर भी आओ बस अब, आसमाँ के ज़ीने से तुम्हें ख़ुदा ने हमारे, लिये बनाया है महक रही है ज़मीं, चांदनी के फूलों से ख़ुदा किसी की मुहब्बत पे मुस्कुराया है उसे किसी की…
कोई लश्कर है कि बढ़ते हुए ग़म आते हैं कोई लश्कर है कि बढ़ते हुए ग़म आते हैं शाम के साए बहुत तेज़ क़दम आते हैं दिल वो दरवेश है जो आँख उठाता ही नहीं इसके दरवाजे पे सौ अहले-करम आते हैं मुझ से क्या बात लिखानी है कि अब मेरे लिए कभी सोने कभी चाँदी के क़…
ये कसक दिल की दिल ये कसक दिल की दिल में चुभी रह गई ज़िंदगी में तुम्हारी कमी रह गई एक मैं, एक तुम, एक दीवार थी ज़िंदगी आधी-आधी बँटी रह गई रात की भीगी-भीगी छतों की तरह मेरी पलकों पे थोडी नमी रह गई मैंने रोका नहीं वो चला भी गया बेबसी दूर तक देखती रह…
इतनी जल्दी करो ना जाने की हर लम्हा गुजरता है खता वार हमारा मरना भी अब तो मरना है दुश्वार हमारा हमने तो सिर्फ आस लगाई है हरी से है उसके सिवा कौन मददगार हमारा इतनी जल्दी करो ना जाने की सांस रुक जाएगी दीवाने की इतनी जल्दी करो ना जाने की ……… आप …
दुश्मनी की तो क्या पूछिये दोस्ती का भरोसा नहीं. दुश्मनी की तो क्या पूछिये दोस्ती का भरोसा नहीं. आप मुझ से भी पर्दा करें, अब किसी का भरोसा नही. कल ये मेरे भी आँगन में थी, जिसपे तुमको गुरूर आज है. कल ये शायद तुझे छोड़ दे, इस ख़ुशी का भरोसा नही. क्या ज़रू…
रफ़्ता रफ़्ता वो मेरे हस्ती का सामां हो गए पहले जां, फिर जान-ए-जां फिर जान-ए-जाना हो गए रफ़्ता... दिन-ब-दिन बढ़ती गईं, उस हुस्न की रानाइयां पहले गुल, फिर गुलबदन, फिर गुलबदाना हो गए रफ़्ता... आप तो नज़दीक से, नज़दीकतर आते गए पहले दिल, फिर दिलरुबा, फिर दिल …
कोई फ़रियाद तेरे दिल में दबी हो जैसे तूने आँखों से कोई बात कही हो जैसे जागते-जागते इक उम्र कटी हो जैसे जान बाकी है मगर साँस रुकी हो जैसे हर मुलाकात पे महसूस यही होता है मुझसे कुछ तेरी नज़र पूछ रही हो जैसे राह चलते हुए अक्सर ये गुमां होता है वो नज़र छुप क…
दिल में बसा हुआ है, मेरे प्यार आपका तेरी सूरत को जब से देखा, बेहोश हुए मदहोश हुए, अब प्रीत की रीत निभा ले जरा,चरणों में झुका कर सर बैठे, पलकों में छुपा लूं श्याम तुम्हें, यह तन मन तुझ पर वार दिया, जब से पकड़ा तेरे दामन को, दुनिया से किनारा कर बैठे, द…
ये सहेरे तमन्ना अमीरो की दुनिया ये ख़ुदग़र्ज़ और बेज़मीरो की दुनिया यहाँ सुख मुझे दो जहाँ का मिला हैं मेरा गाव जाने कहाँ खो गया है... वो गाव के बच्चे वो बच्चो की टोली वो भोली वो मासूम चाहत की बोली वो गुल्ली वो डंडा वो लड़ना वो जग…
"लौट आओ भुलाकर खतायें मेरी" लौट आओ भुलाकर खतायें मेरी...! राह में दिल बिछा दूँ अगर तुम कहो...!! ईद का चाँद निकला सजी हर गली...! मैं भी घर को सजा दूँ अगर तुम कहो !! लौट आओ...!!! की जंग से मुल्क जीते गए है सदा...! प्यार से जीत लेता है…
प्रबल प्रेम के पाले पड़ कर प्रभु को नियम बदलते देखा . अपना मान भले टल जाये भक्त मान नहीं टलते देखा .. ना जाने कौन से गुण पर, दयानिधि रीझ जाते हैं । यही सद् ग्रंथ कहते हैं, यही हरि भक्त गाते हैं ॥ नहीं स्वीकार करते हैं, निमंत्रण नृप सुयोधन का । विदुर…
है जिंदगी कितनी खूबसूरत जिन्हें अभी ये पता नही हैं कोई बहुत प्यार करने वाला जिन्हें अभी मिला नही हैं ।। है जिंदगी कितनी खूबसूरत जिन्हें अभी ये पता नही हैं कोई बहुत प्यार करने वाला जिन्हें अभी मिला नही हैं ।। चले जो आंधी वो तिनका तिनका बिखर …
ख्वाहिश नहीं मुझे मशहूर होने की आप मुझे पहचानते हो बस इतना ही काफी है || अच्छे ने अच्छा और बुरे ने बुरा जाना मुझे जिसकी जितनी जरूरत थी उसने उतना ही पहचाना मुझे || बैठ जाता हूँ मिट्टी पे अक्सर मुझे अपनी औकात अच्छी लगती है …
तेरा दर मिल गया मुझको सहारा हो तो ऐसा हो मुझे रास आ गया है,तेरे दर पे सर झुकाना, तुझे मिल गया पुजारी,मुझे मिल गया ठिकाना। मुझे कौन जानता था,तेरी बंदगी से पहले, तेरी याद ने बना दी,मेरी ज़िन्दगी फसाना ॥ * तेरा दर मिल गया मुझको सहारा हो तो ऐसा हो…
करो रे मन चलने की तैयारी, दोहा जाते नहीं है कोई, दुनिया से दूर चल के, आ मिलते हैं सब यहीं पर, कपड़े बदल बदल के। करो रे मन चलने की तैयारी, चलने की तैयारी।। आए हो तो जाना होगा -2 शास्त्र नियम निभाना होगा - 2 सूरज नित प्रद करता रहता.....ढलने की तैयारी..…
हमसे वादा तो वफाओं का किया जाता है वक्त पड़ने पर मुंह फेर लिया जाता है तेरी महफिल का अंदाज ही अलग है साकी यारा मुंह देख के पैमाना दिया जाता है रूहें यूँ तन के लिबासों में बसर करती हैं चिट्टियां जैसे लिफाफे में बसर करती है कल तेरी याद ने हीं बताया म…
सभा में द्रोपती, रो रो के, पुकारे आओ कहाँ छुपे हो प्रभु, नंद दुलारे आओ लाज अबला की, लूटी जा रही है, मनमोहन भक्त वत्तस्ल प्रभु, निर्बल के, सहारे आओ कब आओगे ॥॥, लाज मेरी लूट जाएगी क्या, तब आओगे देर न हो जाए कहीं, देर न हो जाए ll आ जा रे,,, मोहन लाज न म…
बूटी हरि के नाम की सबको पिलाके पी । चितवन को चित के चोर से चित को चुराके पी ॥ अंतरा पीने की तमन्ना है तो खुद मिटाके पी । ब्रम्हा ने चारो वेदों की पुस्तक बनाके पी ॥ बूटी ॥ शंकर ने अपने शीश पे गंगा चढ़ाके पी। ठोकर से श्री राम ने पत्थ…