हम सांस ले रहे है इस जान की बदौलत, और जान जिस्म में है श्री राम की बदौलत श्री राम नाम जप के लंका से जीत आए, हनुमान सिद्धि पा गए हरि नाम की बदौलत, हम सांस ले रहे हैं.... कुछ पुण्य हो रहा है जो सूरज निकल रहा है, धरती थमी है सदियों से इंसान की बदौलत, हम…
मन में बसा कर तेरी मूर्ती उतारूँ मैं गिरधर तेरी आरती मन में बसा कर तेरी मूर्ती उतारूँ मैं गिरधर तेरी आरती करुना करो कष्ट हरो ज्ञान दो भगवन भव में फासी नाव तार दो भगवन दर्द की दवा तुम्हारे पास है ज़िन्दगी है दया की है भीख मांगती मन में बसा…
हे राजा राम तेरी आरती उतारूँ आरती उतारूँ तुझे तन मन बारूँ, कनक शिहांसन रजत जोड़ी, दशरथ नंदन जनक किशोरी, युगुल छबि को सदा निहारूँ, हे राजा राम तेरी आरती उतारूँ........ बाम भाग शोभति जग जननी, चरण बिराजत है सुत अंजनी, उन चरणों को…
अम्बे तू है जगदम्बे काली, जय दुर्गे खप्पर वाली, तेरे ही गुण गावें भारती, ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती। तेरे भक्त जनो पर माता भीर पड़ी है भारी। दानव दल पर टूट पड़ो माँ करके सिंह सवारी॥ सौ-सौ सिहों से है बलशाली, अष्ट भुजाओं वाली, दुष्टों क…
श्री गणेशजी की आरती जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा। माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥ एकदन्त दयावन्त चारभुजाधारी माथे पर तिलक सोहे मूसे की सवारी। पान चढ़े फूल चढ़े और चढ़े मेवा लड्डुअन का भोग लगे सन्त करें सेवा॥ जय गणेश जय गणेश जय गणे…
ॐ जय शिव ओंकारा, स्वामी जय शिव ओंकारा। ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी धारा॥ ॐ जय शिव ओंकारा॥ एकानन चतुरानन पञ्चानन राजे। हंसासन गरूड़ासन वृषवाहन साजे॥ ॐ जय शिव ओंकारा॥ दो भुज चार चतुर्भुज दसभुज अति सोहे। त्रिगुण रूप निरखते त्रि…
आरती अतिपावन पुराण की | धर्म - भक्ति - विज्ञान - खान की || टेक || महापुराण भागवत निर्मल | शुक-मुख-विगलित निगम-कल्ह-फल || परमानन्द-सुधा रसमय फल | लीला रति रस रसिनधान की || आरती० कलिमल मथनि त्रिताप निवारिणी | जन्म मृत्युम…
आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की ॥ गले में बैजंती माला, बजावै मुरली मधुर बाला, श्रवण में कुण्डल झलकाला; नंद के आनंद, मोहन बृज चंद्र, हरी सुख कंद राधिका रमण बिहारी की, श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की… गगन सम अंग कांति काली, …