उतरा सागर में उसको ही मोती मिला। खोज जिसने भी की मैं उसी को मिला।। उतरा सागर में जो, उसको मोती मिले खोज की जिसने मेरी, मुझे पा गया खोज की जिसने मेरी, मुझे पा गया तूने मूरत कहा मैं मुरति वान था तूने पत्थर कहा मैं भी पाषाण था ये तो तेरे ही विश्वाश की…
मुझमें हर रंग अब तुम्हारा है मुझ में हर रंग अब तुम्हारा है, अब तो कह दो, के तू हमारा है | रूठी राधा को मनाने आओ श्याम मुरली तो बजाने आओ धुंडती है तुम्हें ब्रज की बाला रास मधुबन मे रचाने आओ रह तकते हेन ये ये ग्वाल वाले फिर से माख…
शबरी संवार रास्ता आयेंगे राम जी शबरी संवार रास्ता आयेंगे राम जी मेरा भी धन्य जीवन बनायेंगे रामजी आँखों से रोज अपनि राहे बुहारती कांटे लगे ना कोई कोमल है राम जी शबरी संवार रास्ता आयेंगे राम जी डलिया में बेर बागो से चुन चुन के ला रही खट्टे हो चाहे …
तेरा दर मिल गया मुझको सहारा हो तो ऐसा हो मुझे रास आ गया है,तेरे दर पे सर झुकाना, तुझे मिल गया पुजारी,मुझे मिल गया ठिकाना। मुझे कौन जानता था,तेरी बंदगी से पहले, तेरी याद ने बना दी,मेरी ज़िन्दगी फसाना ॥ * तेरा दर मिल गया मुझको सहारा हो तो ऐसा हो…