बिन पिये नशा हो जाता है जब सूरत देखू भोले की लिरिक्स बिन पिये नशा हो जाता है जब सूरत देखू भोले की उसके शीश पे चंदा विराज रह्या चंदा की चांदनी में खो जाऊ जब सूरत देखू भोले की बिन पिये नशा हो जाता है जब सूरत देखू भोले की उसके गले में नाग …
दरबार में खाटू वाले के दुःख तर्ज - क्या तुम्हें पता है ए गुलशन दरबार में खाटू वाले के दुःख दर्द मिटाए जाते है, गर्दिश के सताए लोग यहाँ सिने से लगाए जाते है, दरबार में खाटु वाले के दुःख दर्द मिटाए जाते है ये महफ़िल है मतवाल…
शिवाष्ट्कम् : जय शिवशंकर , जय गंगाधर , करुणाकर करतार हरे , जय कैलाशी , जय अविनाशी , सुखराशी सुख - सार हरे , जय शशि - शेखर , जय डमरू - धर , जय जय प्रेमागार हरे , जय त्रिपुरारी , जय मदहारी , अमित अनन्त अपार हरे , निर्गुण जय …