इसे कहते हैं बजरंगबाला प्रेम के रंग में ऐसी डूबी बन गया एक ही रूप अपने आप से बाते करके हो गयी मैं बदनाम साँसों की माला पे सिमरु मैं जय श्री राम राम नाम जपते है मस्ती में रहते है देव है ये सबसे निराला इसे कहते हैं बजरंगबाला ओ बाला इसे कहते हैं बजरंगबाल…