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मुझमें हर रंग अब तुम्हारा है-MUJHME HAR RANG AB TUMHARA HAI


        मुझमें हर रंग अब तुम्हारा है



मुझ में हर रंग अब तुम्हारा है,
अब तो कह दो, के तू हमारा है |

रूठी राधा को मनाने आओ 
श्याम  मुरली तो बजाने आओ 
 
धुंडती  है तुम्हें ब्रज की बाला 
रास मधुबन मे रचाने आओ 

रह तकते हेन ये ये ग्वाल वाले 
फिर से माखन को चुराने आओ 

गजल

मंजिल मिली, मुराद मिली, मुदा मिला,
सब कुछ मुझे मिला, जो तेरा नक्श-ऐ-पा मिला |

जब दूर तक ना कोई, फकीर आशना मिला,
तेरा नियाज़-मंद, तेरे दर से जा मिला |

 

आलम-ऐ-शोक में, ना जाने क्यों,
मेने हर दम, तुम्हें पुकारा है |

तू तो सब ही के पास है मोजूद,
कोन कहता है, तू हमारा है |

तेरे सदके में ये तमाम जहान,
अपनी ठोकर पे मेने मारा है |

राज़ को राज़ क्यों समझते हो,
राज़ दुनिया पे आशिकारा है |


 


DIL ME BASA HUAA HAI - दिल में बसा हुआ है, मेरे प्यार आपका,

दिल में बसा हुआ है, मेरे प्यार आपका

 तेरी सूरत को जब से देखा, बेहोश हुए मदहोश हुए,
अब प्रीत की रीत निभा ले जरा,चरणों में झुका कर सर बैठे,
पलकों में छुपा लूं श्याम तुम्हें, यह तन मन तुझ पर वार दिया,
जब से पकड़ा तेरे दामन को, दुनिया से किनारा कर बैठे,

दिल में बसा हुआ है, मेरे प्यार आपका,
होता है रोज ख्वाब में, दीदार आपका,
दिल में बसा हुआ है

ओ कान्हा बंसी वाले, हकीकत यह बात है,
यह जाँ भी आपकी है, संसार आपका,
दिल में बसा हुआ है,

उठती है जब भी दिल में, दीदार की तमन्ना,
मन में बना है मंदिर, दरबार आपका,
दिल में बसा हुआ है

जानू ना पूजा वंदन, कैसे करूं तुम्हारा,
किस विधि करूं तुम्हारा,  सत्कार आपका,
दिल में बसा हुआ है, मेरे प्यार आपका,
होता है रोज ख्वाब में, दीदार आपका,
दिल में बसा हुआ है मेरे प्यार आपका


 

Kanhaiya ab der na karo lyrics -कन्हैया अब देर ना करो

कन्हैया अब देर ना करो,

तर्ज0 दिल देता है रो रो दुहाई...

नैना थक गए राह निहारूं कन्हैया अब देर ना करो,

कन्हैया अब देर ना करो, कन्हैया अब देर ना करो,

नैना थक गए राह निहारूँ,

कन्हैया अब देर ना करो………


एक ही श्याम हमें तेरा सहारा, दूजा ना कोई जग में हमारा,

हमने कर ली  है तुझसे ही यारी, कन्हैया अब देर ना करो,

नैना थक गए राह निहारूँ,

कन्हैया अब देर ना करो……….


हरदम पूजूँ , मैं  नित ध्याऊँ, सबसे पहले तुमको को मनाऊँ,

सुनलो मेरे मन की कहानी, कन्हैया अब देर ना करो,

नैना थक गए राह निहारूँ,

कन्हैया अब देर ना करो…………….


ओ कमलीवाले,ओ वंशीवाले - श्याम तुम मेरे हो रखवाले ,

खुद को कर दिया तेरे हवाले, कन्हैया अब देर ना करो,

नैना थक गए राह निहारूँ,

कन्हैया  अब देर ना करो……


इस भवजल का तू ही किनारा, जो भी मनाए उसको उबारा,

श्याम तेरे चरणों में हम गुण गाए, कन्हैया  अब देर ना करो,

नैना थक गए राह निहारूँ,

कन्हैया अब देर ना करो…..



TERI MEHRBANI KA HAI BOJH ITNA - तेरी मेहरबानी का है बोज इतना,

 तेरी मेहरबानी का है बोज इतना,
की मैं तो उठाने के काबिल नही हूँ ।

मैं आ तो गया हूँ मगर जानता हूँ,
तेरे दर पे आने के काबिल नही हूँ ॥

ज़माने की चाहत में खुद को भुलाया,
तेरा नाम हरगिज़ जुबा पे ना लाया ।
गुन्हेगार हूँ मैं खतावार हूँ मैं,
तुझे मुहं दिखने के काबिल नही हूँ ॥

तुम्ही ने अदा की मुझे जिंदगानी,
मगर तेरी महिमा मैंने ना जानी ।
कर्जदार तेरी दया का हूँ इतना,
कि कर्जा चुकाने के काबिल नही हूँ ॥

ये माना कि दाता है तू कुल जहान का,
मगर झोली आगे फैला दूँ मैं कैसे ।
जो पहले दिया था वो कुछ कम नही है,
उसी को निभाने के काबिल नही हूँ ॥

तमन्ना यही है की सर को झुका दू,
तेरा दीद दिल में मैं एक बार पालू ।
सिवा दिल के टुकड़ो के ऐ मेरे दाता,
कुछ भी चडाने के काबिल नही हूँ



lagan tumse laga baithe lyrics- लगन तुमसे लगा बैठे जो होगा देखा जाएगा


अंदाज में - धन्वंतरि दास  जी महाराज के 

         किसी से उनकी मंजिल का पता तर्ज

    लगन तुमसे लगा बैठे जो होगा देखा जाएगा
    तुम्हें अपना बना बैठे जो होगा देखा जाएगा ||

    कभी दुनियाँ से डरते थे छुप छुप याद करते थे
    लो अब परदा उठा बैठे जो होगा देखा जाएगा
    लगन तुमसे लगा बैठे जो होगा देखा जाएगा
    तुम्हें अपना बना बैठे जो होगा देखा जायेगा ||

            कभी यह ख़याल था दुनियाँ हमें बदनाम कर देगी
            शर्म अब बेच खा बैठे जो होगा देखा जाएगा
            लगन तुमसे लगा बैठे जो होगा देखा जाएगा
            तुम्हें अपना बना बैठे जो होगा देखा जायेगा ||

            दीवाने बन गए तेरे तो फिर दुनियाँ से क्या मतलब
            तेरी गलियों में आ बैठे जो होगा देखा जाएगा
            लगन तुमसे लगा बैठे जो होगा देखा जाएगा
            तुम्हें अपना बना बैठे जो होगा देखा जायेगा
            लगन तुमसे लगा बैठे जो होगा देखा जाएगा
            तुम्हें अपना बना बैठे जो होगा देखा जायेगा ||



 


TUM NA SUNOGE TO KON -तुम ना सुनोगे कौन सुनेगा

साथी हमारा कौन बनेगा,तुम न सुनोगे कौन सुनेगा

आ गया दर पे तेरे, सुनाई हो जाये
जिंदगी से दुखो की, विदाई हो जाये
एक नजर कृपा की डालो,मानुगा अहसान ॥
संकट हमारा कैसे टलेगा
तुम ना सुनोगे कौन सुनेगा.......

पानी हे सर से ऊपर,मुसीबत अड़ गयी हे,
आज हमको तुम्हारी,जरुरत पद गयी हे
अपने हाथ से हाथ पकड़लो,मानुगा अहसान ॥
साथ हमारे कौन चलेगा
तुम ना सुनोगे कौन सुनेगा........

तुम्हारे दर पे शायद,हमेशा धर्मी आते,
आज पापी आया हे,श्याम काहे घबराते
हमने सुना हे तेरी नजर में,सब  एक समान ॥
इसका पता तो आज चलेगा
तुम ना सुनोगे कौन सुनेगा........

वो तेरे भकत होंगे,जिन्हे हे तुमने तारा,
बता ए मुरलीवाले,कौन सा तीर मारा
भकत तुम्हारे भक्ति करते,लेते रहते नाम ॥
काम ती उनका करना पड़ेगा
तुम ना सुनोगे कौन सुनेगा............

पाप की गठड़ी सर पर,लाढ कर में लाया
बोझ कुछ हल्का कर दे,उठाने ना पाया
फर्ज की रह बता संजू,हो जाये कल्याण ॥
इसमें तुम्हारा कुछ ना घटेगा
तुम ना सुनोगे कौन सुनेगा.........

मेरे सिर पे सदा तेरा हाथ रहे  मेरा साँवरा  हमेशा मेरे साथ रहे 



Tera kisne kiya shringar

 तेरा किसने किया श्रृंगार सांवरे,

तेरा किसने किया श्रृंगार सांवरे,
लागे दूल्हा सा तू, दिलदार सांवरे,
तेरा किसने किया श्रृंगार सांवरे।

बागो से कलियाँ चुन चुन कर,
सुन्दर हार बनाया,
रहे सलामत हाथ सदा वो,
जिसने तुझे सजाया,
बागो से कलियाँ चुन चुन कर,
सुन्दर हार बनाया,
रहे सलामत हाथ सदा वो,
जिसने तुझे सजाया,
सजाता रहे हर बार सांवरे,
सजाता रहे हर बार सांवरे,
तेरा किसने किया श्रृंगार सांवरे,
तेरा किसने किया श्रृंगार सांवरे,
लागे दूल्हा सा तू, दिलदार सांवरे,
तेरा किसने किया श्रृंगार सांवरे।

मस्तक पर मलियागिरी चन्दन,
केसर तिलक लगाया,
मोर मुकुट कानो में कुण्डल,
इत्र खूब बरसाया,
महकता रहे यह दरबार सांवरे,
तेरा किसने किया श्रृंगार सांवरे,
लागे दूल्हा सा तू, दिलदार सांवरे,
तेरा किसने किया श्रृंगार सांवरे।

बोल सांवरे बोल तुम्हे मैं,
कौन सा भजन सुनाऊँ,
ऐसा कोई राग बतादे,
तू नाचे मैं गाऊं,
बोल सांवरे बोल तुम्हे मैं,
कौन सा भजन सुनाऊँ,
ऐसा कोई राग बतादे,
तू नाचे मैं गाऊं,
नचाता रहूँ मैं हर बार सांवरे,
तेरा किसने किया श्रृंगार सांवरे,
लागे दूल्हा सा तू, दिलदार सांवरे,
तेरा किसने किया श्रृंगार सांवरे।

बागो से कलियाँ चुन चुन कर,
सुन्दर हार बनाय,
रहे सलामत हाथ सदा वो,
जिसने तुझे सजाया,
बागो से कलियाँ चुन चुन कर,
सुन्दर हार बनाय,
रहे सलामत हाथ सदा वो,
जिसने तुझे सजाया,
सजाता रहे हर बार सांवरे,
तेरा किसने किया श्रृंगार सांवरे,
लागे दूल्हा सा तू दिलदार सांवरे,
तेरा किसने किया श्रृंगार सांवरे,
लागे दूल्हा सा तू, दिलदार सांवरे,
तेरा किसने किया श्रृंगार सांवरे।

YAMUNA PE AANE KA WADA कह रही राधिका प्यारे मोहन सुनो,

 कह रही राधिका प्यारे मोहन सुनो,
तीर जामुन पे आने का वादा करो ॥
मोहिनी धुन पे मोहन कदम के तले,
मंजु मुरली बजाने का वादा करो ॥

संग सखियों के पनिघट पे आउंगी मैं,
तुम भी आना कन्हैया सबेरे वही॥
नीर भरकरके जब मैं निहारु तुम्हें,
मेरी गागर उठाने का वादा करो॥

मेरी नैया के तुम ही खेवैया तो हो ,
हो मेरी जिंदगी का सहारा तुम्ही॥
अपनी बाहों का देकर सहारा मुझे,
जिन्दनगी ये बिताने का वादा करो॥

छोड़ बृज का नगर जाओ मथुरा न तुम,
पाँव पड़ती हूँ निर्मोही अब मैं तेरे॥
बांह मेरी पकड़ जो लिए आज हो,
जिंदगी भर निभाने का वादा करो॥

जंग से मुल्क जीते गए है सदा 

प्यार से जीत लेता है दिल आदमी।।

ये जो तेरी निगाहों में नफरत है जो

उसको चाहत बना दू अगर तुम कहो।।

https://www.youtube.com/watch?v=PqBsQsS5ZAQ 

न जाने कौन से गुण पर दया निधि

 प्रबल प्रेम के पाले पड़ कर प्रभु को नियम बदलते देखा .

अपना मान भले टल जाये भक्त मान नहीं टलते देखा ..

ना जाने कौन से गुण पर, दयानिधि रीझ जाते हैं ।
यही सद् ग्रंथ कहते हैं, यही हरि भक्त गाते हैं ॥

नहीं स्वीकार करते हैं, निमंत्रण नृप सुयोधन का ।
विदुर के घर पहुँचकर भोग छिलकों का लगाते हैं ॥

न आये मधुपुरी से गोपियों की दु:ख व्यथा सुनकर।
द्रुपदजा की दशा पर, द्वारका से दौड़े आते हैं ॥

न रोये बन गमन में श्री पिता की वेदनाओं पर ।
उठा कर गीध को निज गोद में आँसु बहाते हैं ॥

कि जाने कौन से गुण पर, दयानिधि रीझ जाते हैं ।
यही सद् ग्रंथ कहते हैं, यही हरि भक्त गाते हैं ॥

नहीं स्वीकार करते हैं, निमंत्रण नृप दुर्योधन का ।
विदुर के घर पहुँचकर, भोग छिलकों का लगाते हैं ॥

न आये मधुपुरी से गोपियों की, दु: ख कथा सुनकर ।
द्रुपदजा की दशा पर, द्वारका से दौड़े आते हैं ॥

न रोये बन गमन में , श्री पिता की वेदनाओं पर ।
उठा कर गीध को निज गोद में , आँसु बहाते हैं ॥

कठिनता से चरण धोकर मिले कुछ 'बिन्दु' विधि हर को ।
वो चरणोदक स्वयं केवट के घर जाकर लुटाते हैं ॥

dar dar bhatk raha hu teri dosti ke piche दर दर भटक रहा हु तेरी दोस्ती के पीछे

दर दर भटक रहा हु तेरी दोस्ती के पीछे

दर दर भटक रहा हु तेरी दोस्ती के पीछे,

क्या सजा मिली है मुझको तेरी दोस्त के पीछे,
दर दर भटक रहा हु तेरी दोस्ती के पीछे

मैं गरीब हु तो क्या है दीनो के नाथ तुम हो,
होठो पे है उदासी तेरी रोशनी के पीछे
दर दर भटक रहा हु तेरी दोस्ती के पीछे

हे द्वारिका के वासी अखियां दर्श की प्यासी,
दिखला झलक जरा सी अरे मेरी दोस्ती के पीछे,
दर दर भटक रहा हु तेरी दोस्ती के पीछे

बचपन का यार तेरा आया तेरी गली में,
दर दर भटक के आया तेरी दोस्ती के पीछे,
दर दर भटक रहा हु तेरी दोस्ती के पीछे

तुम हो पतित पावन अधमो का मैं हु स्वामी,
अब तो दर्श करा जा तेरी दोस्ती के पीछे,
दर दर भटक रहा हु तेरी दोस्ती के पीछे

MORPANKH WALA MILGYA मोर पंख वाला मिल गया

 अकेली गई थी ब्रिज में कोई नही था मेरे मन में

मोर पंख वाला मिल गया

नींद चुराई बंसी बजा के चैन चुराया सैन चुरा के
लगी आस मेरे मन में गई थी मैं वृंदावन में बांसुरी वाला मिल गया
मोर पंख वाला मिल गया

उसी ने बुलाया उसी ने रुलाया ऐसा सलोना श्याम मेरे मन भाया
तेरी बांकी चाल देखी तेरा मुकट भी देखा
टेढ़ी टांग वाला मिल गया
मोर पंख वाला मिल गया

बांके बिहारी मेरे हिरदये में बरसाऊ
तेरे बिन श्याम सुंदर कहा चैन पाई
लगन लगी तन मन में ढूंड रही मैं निधि वन में
गाऊये वाला मिल गया मोर पंख वाला मिल गया

DIL DEEWANA NA JANE KAB HOGYA मनमोहन के चरणों मे दिल खो गया

मनमोहन के चरणों मे दिल खो गया

तेरे दर पे आके दिल खुश हो गया खुश हो गया x2 खुश हो गया मेरे श्याम  दर दर भटका मैं प्रभू समझ मे सब कुछ आ गया ठोकर खाकर दुनिया की द्वारे तेरे मैं आ गया माफ करो मुझे देर हुई आने में जरा देर भई अब आगया अब आगया अब आगया मेरे श्याम जब तक दौलत पास है दुनिया तेरे साथ है कंगाली आ जाये तो कोई नही तेरे साथ है दुनिया के सारे बंधन स्वार्थ के है सब बंधन मैं समझ गया लो समझ गया हाँ समझ गया मेरे श्याम

तेरे ही दर का पुजारी बनूं आठों प्रहर तेरा नाम जपूं तन मन न्योछावर तुझपे करूँ भक्ति से बाबा तुझे खुश करूँ मैंने पा लिये मैने पा लिये मैंने पा लिये चारो धाम दुनिया के झंझट से तो प्यारा तेरा प्यार है भक्त सभी सच्चे यहॉं साँचा तेरा दरबार है भाव से जो कोई आये यहाँ परम कृपा पा जाए यहाँ मैं पा गया, मैं पा गया, पा गया मैं आशीर्वाद

TUJHE DEKH KE DIL BHARTA HI NAHI तुझे देख के दिल भरता ही नहीं

 मोहन नैना आपके नौका के आकर

जो जन इनमे इनमे बस सो जान है गए पार।।

आ पिया इन नैनं में पालक धाप तोहे लू
ना मैं तोहे देखु गैर को न तोहे देखन दूँ।।

तुझे देख के दिल भरता ही नहीं
अब जाऊं कहां मैं सांवरिया।।

पीया छोड़ गए दिल तोड़ गए दिल
अब बांके फिरू मैं बावरिया
अब बांके फिरू मैं बावरिया।।

तुझे देख के दिल भरता ही नहीं
अब जाऊं कहां मैं सांवरिया।।

तिरछी चितवन बाकी है अदा
तेरे नैन कटीले कजरारे
अब तेरे बिना जी लगता नहीं
अब काहे सताए सांवरिया तेरी।।

तुझे देख के दिल भरता ही नहीं
अब जाऊं कहां मैं सांवरिया।।

मुरली की मीठी तानों पर
दिल मेरा कन्हैया खोने लगा
अब आके सुना दे बांसुरिया
अब मिल भी जाओ सांवरिया।।

तुझे देख के दिल भरता ही नहीं
अब जाऊं कहां मैं सांवरिया।।

SHYAM MAKHAN CHURATE श्याम माखन चुराते चुराते

श्याम माखन चुराते चुराते, अब तो दिल भी चुराने लगे है।

वो बहाना बनाते बनाते ,अब दीवाना बनाने लगे है।।

पहले गऊऐ चराते थे वन में ,मस्त रहते थे मुरली की धुन में।

अब वो ग्वालो की टोली बनाके,रोज़ पनघट पे आने लगे है।।

श्याम माखन चुराते चुराते, अब तो दिल भी चुराने लगें हैं |
राधा रानी को ले कर कन्हिया, अब तो रास रचाने लगें हैं ||

देवकी के गर्भ से जो जाए, माँ यशोदा के लाल कहाए |
ग्वाल बालों के संग मे कन्हिया, अब तो गौए चराने लगें हैं ||

मोह ब्रह्मा का जिस ने घटाया, मान इन्द्र का जिस ने मिटाया |
स्वम बन कर पुजारी कन्हिया, अब तो गिरिवर पूजाने लगें है ||

श्याम ने ऐसी वंसी बजायी, तान सखिओं के दिल मे समायी |

राधा रानी को ले कर कन्हिया, रास मधुवन रचाने लगें है || 

दीन बंधु ज़माने के दाता, संत भक्तो के है जो विधाता |
दया ले कर शरण राधा रानी की, उनका गुणगान गाने लगें है ||

jo prem gali जो प्रेम गली में



जो प्रेम गली में आये नही,
प्रीतम का ठिकाना क्या जाने,
जिसने कभी प्रीत लगाई नही,
वह प्रेम निभाना क्या जाने,
जो प्रेम गली में आये नही,
प्रीतम का ठिकाना क्या जाने।

जो वेद पढ़े और भेद करे,
मन में नही निर्मलता आई।
कोई कितना चाहे ज्ञानी बने,
भगवान को पाना क्या जाने।
जो प्रेम गली में आये नही,
प्रीतम का ठिकाना क्या जाने।

यह दुनिया गोरख धंधा है,
सब जग माया में अंधा है।
जिस अंधे ने प्रभु को देखा नही,
वह रूप बखाना क्या जाने।
जो प्रेम गली में आये नही,
प्रीतम का ठिकाना क्या जाने।

जिस दिल में ना पैदा दर्द हुआ,
वह पीर पराई क्या जाने,
जो प्रेम गली में आये नही,
प्रीतम का ठिकाना क्या जाने।

मीरा है दीवानी मोहन की,
संसार दीवाना क्या जाने।
जो प्रेम गली में आये नही,
प्रीतम का ठिकाना क्या जाने।

आवारा हवा का झोंका हू

HAR GHADI YAAD SATAYE ,हर घड़ी याद सताये मोहन

आ भी जा श्या$$म मेरे,तीरे जुदा$$$ई से$$

मेरे सीने मेंभारी, ज़ख्म हो गया है 

इतना रोया$ है ये दि$ल तेरी या$द में,

मेरी आँखों का पानी, खत्म हो गया$ $

  

 हर घड़ी याद सताये मोहन 

तेरे गम में मैं बन गई जोगन 

मेरी अँखियाँ भी बन गई बैरन 

तेरे गम में मैं बन गई जोगन 

 

ओ मेरे श्याम बन गई जोगन 

 

ये सोचा नही था कि तेरे बिना

विरह का ये (विष) पड़ेगा पीना 

खड़ी हूँ तेरी राह में ना कोई मेरे पास है 

नैनों से बहे नीर और मन भी उदास है 

ये मन भी उदास है 

तेरे गम में मैं बन गई जोगन  

 

मैं तो बैठी हूँ यहाँ, श्याम तू ना आये 

बिन तेरे ओ नटवर, दिल मेरा घबराये 

चलते मेरे तो कदम, डगमगाने हैं लगे 

मेरी हर स्वांस भी अब तो,रुक जाने को कहे 

 

ओ मेरे मसीहा मुझे थाम ले 

मैं तेरी तू मेरा है ये जान ले 

सहे खूब मैंने जुदाई के गम 

लगे अब तो जीना भी मुझको भरम  

 

बंधी हूँ तेरी प्रीत से ना मेरा ये कसूर है 

बतादे मेरे सांवरा पर तु क्यूँ मजबूर है 

हाँ तू क्यूँ मजबूर है 

तेरे गम में मैं बन गई जोगन  

 

तुझे ओ कन्हैया आना ही पड़ेगा 

ज़माने को जलवा दिखाना पड़ेगा

तू दीन का सहाय है,भरोसा विश्वास है 

पड़ेगी तुझे सुननी ये दिल की आवाज़ है  

ये दिल की आवाज़ है 

तेरे गम में मैं बन गई जोगन 

ZINDA RAHNE KE LIYE  

 

 

tere rang me ranga .तेरे रंग में रंगा हर जमाना मिले,

 


तेरे रंग में रंगा हर जमाना मिले,
मैं जहा भी रहू बरसना मिले,

सारे जग में तेरा तो ही एक नूर है,
मेरा कान्हा भी तुझसे ही मशहूर है,
बद किस्मत है वो कुझसे दूर है,
तेरा नाम का हर मस्ताना मिले,
मैं जहा भी रहू बरसना मिले.........

तेरी रहमत के गीत गाने आया हु मैं,
कई गुनाहों की सोगात लाया हु मैं,
मैं तो करुना जगत का सताया हु मैं,
रहमत का इशारा नजरना मिले,
मैं यहाँ भी रहू बरसना मिले..........

तेरी पायल बंसी उनकी बजती रहे,
जोड़ी प्रीतम प्यारे की सजती रही,
तेरे रसिको पे छाई ये मस्ती रहे,
तेरे चरणों की रज में ठिकाना मिले,
मैं यहाँ भी रहू बरसना मिले..........

तेरा बरसना राधे मेरी जान है,
मेरे अरमानो की आन है शान है,
तेरी गलियों में जाकर ये कुर्बान है,
गाऊ जब भी तेरा अफसाना मिले,
मैं यहाँ भी रहू बरसना मिले.........

खुश रहे तू सदा ये दुआ है मेरी,
बरसना फले ये सदा है मेरी,
तेरे चरणों में रहना साझा है मेरी,
जभी रास्ता दीवाना मिले,
मैं यहाँ भी रहू बरसना मिले..........

saja do ghar ko सजा दो घर को गुलशन सा,

 सजा दो घर को गुलशन सा,
मेरे सरकार आये है,

लगे कुटियाँ भी दुल्हन सी,
मेरे सरकार आये है..

पखारो इनके चरणों को बहा कर प्रेम की गंगा,
बिषा दो अपनी पलको को मेरे सरकार आये है,

सरकार आ गए है मेरे गरीब खाने में,
आया दिल को सकून उनके करीब आने में,
मुदत से प्यासी आखियो को मिला आज वो सागर,
भटका था जिसको पाने की खातिर इस ज़माने में,

उमड़ आई मेरी आंखे देख कर अपने बाबा को,
हुई रोशन मेरी गलियां मेरे सरकार आये है,
सजा दो घर को गुलशन सा,

तुम आकर भी नहीं जाना मेरी इस सुनी दुनिया से,
कहु हर दम यही सबसे मेरे सरकार आये है,
सजा दो घर को गुलशन सा,


kali kali alko ke fande काली काली अलकों के

 ( मेरा इक्क नज़र तुझे देखना, किसी बंदगी से कम नहीं
करो मेरा शुक्रिया मेहरबान, तुझे दिल में हमने वसा लिया
आप इस तरह से होश, उड़ाया न कीजिए ll
यूँ बन सँवर के सामने, आया न कीजिए ll )

काली काली अलकों के , फंदे क्यों डाले
हमे ज़िंदा रहने दे, ऐ मुरली वाले  
मुरली वाले मुरली वाले, मुरली वाले मुरली वाले

सित्तमगर हो तुम, खूब पहचानते हैं
तुम्हारी अदाओं को, हम जानते हैं
फ़रेबें मोहब्बत में, उलझाने वाले
हमे ज़िंदा रहने दे, ऐ मुरली वाले  
मुरली वाले मुरली वाले, मुरली वाले मुरली वाले

ये रंगीले नैना, तुम्ही को मुबारक
ये मीठे मीठे बैना, तुम्ही को मुबारक
हमारी तरफ से, निगाहें हटा ले
हमे ज़िंदा रहने दे, ऐ मुरली वाले
मुरली वाले मुरली वाले, मुरली वाले मुरली वाले

सँभालो जरा ये, पीतांबर गुलाबी
ये करता है दिल में, हमारे खराबी
जो तेरा हुआ उसको, क्या कोई सँभाले
हमे ज़िंदा रहने दे, ऐ मुरली वाले  
मुरली वाले मुरली वाले, मुरली वाले मुरली वाले

यहाँ तुमने चेहरे से, पर्दा हटाया
वहीं अहले दिल को, तमाशा बनाया
बना ले बावरी को अब, अपना बना ले
हमे ज़िंदा रहने दे, ऐ मुरली वाले  
मुरली वाले मुरली वाले, मुरली वाले मुरली वाले

mere shaym salone sarkar ,ओ मेरे श्याम सलोने सरकार,

 ओ मेरे श्याम सलोने सरकार,
बना दो बिगड़ी मेरी,
बिगड़ी मेरी श्याम बिगड़ी मेरी,
बिगड़ी मेरी श्याम बिगड़ी मेरी,
ओ मेरे श्याम सलोने सरकार,
बना दो बिगड़ी मेरी,

अर्जी है मेरी मर्जी तुम्हारी,
वृंदावन के बांके बिहारी,
मेरे जीवन के आधार,
बना दो बिगड़ी मेरी,
ओ मेरे श्याम सलोने सरकार,
बना दो बिगड़ी मेरी,
बिगड़ी मेरी श्याम बिगड़ी मेरी,
बिगड़ी मेरी श्याम बिगड़ी मेरी,
ओ मेरे श्याम सलोने सरकार,
बना दो बिगड़ी मेरी...

मुरली मनोहर नंद के लाला,
यशोदा नंदन मदन गोपाला,
मेरी विनती है बारंबार,
बना दो बिगड़ी मेरी,
ओ मेरे श्याम सलोने सरकार,
बना दो बिगड़ी मेरी,
बिगड़ी मेरी श्याम बिगड़ी मेरी,
बिगड़ी मेरी श्याम बिगड़ी मेरी,
ओ मेरे श्याम सलोने सरकार,
बना दो बिगड़ी मेरी,

सुना है जो तेरी शरण में आए,
उसके सब दुखड़े मिट जाएं ,
इस सेवक से क्यों नहीं प्यार,
बना दो बिगड़ी मेरी,
ओ मेरे श्याम सलोने सरकार,
बना दो बिगड़ी मेरी,
बिगड़ी मेरी श्याम बिगड़ी मेरी,
बिगड़ी मेरी श्याम बिगड़ी मेरी,
ओ मेरे श्याम सलोने सरकार,
बना दो बिगड़ी मेरी ,