करो रे मन चलने की तैयारी,
दोहा
जाते नहीं है कोई,
दुनिया से दूर चल के,
आ मिलते हैं सब यहीं पर,
कपड़े बदल बदल के।
करो रे मन चलने की तैयारी,
चलने की तैयारी।।
आए हो तो जाना होगा -2
शास्त्र नियम निभाना होगा - 2
सूरज नित प्रद करता रहता.....ढलने की तैयारी...
करों रे मन चलने की तैयारी।।
कितनों के अरमान अधूरे-2
जाने कौन करेगा पूरे-2
काल बली संकल्प कर चुका...छलने की तैयारी
करों रे मन चलने की तैयारी।।
हमसे कोई तंग ना होगा-2
महफिल होगी रंग ना होगा-2
गंगा के तट धू-धू कर.......जलने की तैयारी
करों रे मन चलने की तैयारी,
चलने की तैयारी।।
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