SHAM MURLI TO BAJANE AAO /श्याम मुरली तो बजाने आओ


श्याम मुरली तो बजाने आओ

श्याम मुरली तो बजाने आओ,

रूठी राधा को मनाने आओ ।

ढूँढती है तुझे ब्रज की बाला,
रास मधुबन में रचाने आओ ।

राह तकते हैं यह गवाले कब से,
फिर से माखन को चुराने आओ ।

इंद्र फिर कोप कर रहा बृज पर,
नख पर गिरिवर को उठाने आओ ।

अपने ‘शर्मा’ को फिर से मनमोहन,
पाठ गीता का पढ़ाने आओ ।

उतरा सागर में उसको ही मोती मिला।

 उतरा सागर में उसको ही मोती मिला।

खोज जिसने भी की मैं उसी को मिला।।

1. तूने मंदिर में ढूँढा मैं पाषाण था,
तूने मस्जिद में ढूँढा मैं आज़ान था।
देख भीतर हूँ तेरे तेरे पास था,
तूने देखा नहीं मैं दिखा भी नहीं।।

2. देह मिट्टी की मिट्टी में मिल जाएगी,
शान तेरी यह सारी ही घुल जाएगी।।
यूँ न अपने जीवन को तू गंवा।
तू टिकाए नहीं मन टिके भी नहीं।।

3. तूने चाहा नहीं मैं मिला भी नहीं।
तूने ढूँढा नहीं मैं दिखा भी नहीं।।
मैं वो मेहमान हूँ बिन बुलाए हुए।
जो कहीं न गया जो कभी न गया

उतरा सागर में जो उसको मोती मिले
खोज की जिसने मेरी मुझे पा गया

नुकता ची संका वाडी को मैना मिला
मुझको तो सबरी का भोला पं भा गया

उतरा सागर में जो उसको मोती मिले
खोज की जिसने मेरी मुझे पा गया

तूने मूर्ति कहा मैं मूर्ती वान था
तूने पत्थर कहा मैं भी पाशन था

ये तो तेरे ही विश्वाश की बात है
ये तो तेरे ही विश्वाश की बात है

धन्ना जात बुलाया मैं झट आ गया
धन्ना जात बुलाया मैं झट आ गया

उतरा सागर में जो उसको मोती मिले
उतरा सागर में जो उसको मोती मिले
खोज की जिसने मेरी मुझे पा गया

ये कहना ग़लत है की उसका पता नही है
ढूँढने की हद तक कोई धुनता नही

खोज की जिसने मेरी मुझे पा गया
नुकता ची संका वाडी को मैना मिला
मुझको तो सबरी का भोला पं भा गया

ये तो सच है की तूने बुलाया नही
बिन बुलाए कभी मैं भी आया नही

तूने प्रेम से मुझको खिलाया नही
तूने प्रेम से मुझको खिलाया नही
मैं विदुरानी के छिलके तक खा गया
तूने प्रेम से मुझको खिलाया नही

खोज की जिसने मेरी मुझे पा गया
नुकता ची संका वाडी को मैना मिला
मुझको तो सबरी का भोला पं भा गया

SHRI RAM JI HAMARE SAB KAM KAR RAHE HAI

श्री राम जी हमारे,

श्री राम जी हमारे,

सब काम कर रहे है,

हम राम के सहारे,

हम राम के सहारे,

विश्राम कर रहे है,

श्री राम जी हमारे,

सब काम कर रहे है।।



ये राम की कृपा है,

कलयुग से कठिन युग में,

निश्चिन्त हो के हरी का,

गुणगान कर रहे है,

श्री राम जी हमारें,

सब काम कर रहे है।।



ये राम की है महिमा,

शंकर से सिद्ध योगी,

पीकर के विष हलाहल,

विश्राम कर रहे है,

श्री राम जी हमारें,

सब काम कर रहे है।।



भक्तो की साधना की,

खेती हरी भरी है,

ये है कृपा की वर्षा,

हम सब भी तर रहे है,

श्री राम जी हमारें,

सब काम कर रहे है।।



जो हो चूका जो होगा,

जो हो रहा है जग में,

विश्वास भक्त का है,

सब राम कर रहे है,

श्री राम जी हमारें,

सब काम कर रहे है।।



श्री राम जी हमारे,

सब काम कर रहे है,

हम राम के सहारे,

हम राम के सहारे,

विश्राम कर रहे है,

श्री राम जी हमारे,

सब काम कर रहे है।।


 

RADHA NAAM JAPA KAR BANDE -राधा नाम जपा कर बन्दे

राधा नाम जपा कर बन्दे

बरसाने की रज अमृत है पावन है ब्रिज धाम,
तू ना भटके फिर लख चौरासी बस गा ले राधा नाम.....

राधा नाम जपा कर बन्दे काम यही बस आएगा,
अटल विजय होगी तेरी तू सांवरिया को पायेगा,
राधा नाम जपा कर बन्दे.....

इस जग के झूठे चक्कर में तू फिरता मारा मारा,
अंत समय कोई काम ना आवे चाहे हो जितना प्यारा,
राधे नाम का अमृत पी तू और ना कुछ ले जाएगा,
अटल विजय होगी तेरी तू सांवरिया को पायेगा,
राधा नाम जपा कर बन्दे.............

अपनों साँसों की माला पे राधे राधे गाया कर,
आठों याम इसी अमृत की धारा में तू नहाया कर,
श्री चरणों में अर्पण हो जा नहीं तो धोखा खायेगा,
अटल विजय होगी तेरी तू सांवरिया को पायेगा,
राधा नाम जपा कर बन्दे.............

अपने भक्तो पे करुणामयी इतनी कृपा कर देना,
जो भी आये द्वार तुम्हारे उसकी झोली भर देना,
राधे नाम से तू धर्मेंद्र भव सागर तर जाएगा,
अटल विजय होगी तेरी तू सांवरिया को पायेगा,
राधा नाम जपा कर बन्दे............


 

 

DARBAR ME KHATU WALE KE _ दरबार में खाटू वाले के दुःख


                       दरबार में खाटू वाले के दुःख 

तर्ज - क्या तुम्हें पता है ए गुलशन

दरबार में खाटू वाले के दुःख दर्द मिटाए जाते है,
गर्दिश के सताए लोग यहाँ सिने से लगाए जाते है,
दरबार में खाटु वाले के दुःख दर्द मिटाए जाते है

ये महफ़िल है मतवालों की हर भक्त यहाँ मतवाला है,
भर भर के जाम इबादत के यहाँ खूब पिलाए जाते है,
दरबार में खाटु वाले के...........

जिन भक्तों पे ऐ जग वालों, है खास इनायत इस दर की
उनको ही बुलावा आता है दरबार बुलाए जाते है,
दरबार में खाटु वाले के.......

किस्मत के मारे कहाँ रहे जिनका ना ठोर ठिकाना है,
जो श्याम शरण में आते है पलकों पे बिठाए जाते है,
दरबार में खाटु वाले के.....

मत घबराओ ऐ जग वालों इस दर पे शीश झुकाने से,
जिनका भी झुका है शीश यहाँ मुकाम वो ऊँचा पाते है,
दरबार में खाटु वाले के.....

RAM KAHNE KA MAJA JISKI - राम कहने का मजा, जिसकी जुबान पर आ गया,

राम कहने का मजा, जिसकी जुबान पर आ गया,
मुक्त जीवन हो गया, चारो पदार्थ पा गया ॥

लुटा मज़ा प्रह्लाद ने, इस राम के प्रताप से,
नरसिंह हो दर्शन दिए, त्रिलोक में यश छा गया।।
राम कहने का मजा......

जाती की थी भीलनी, उस प्रेम से सुमिरन किया,
घर आकर परमात्मा, उस हाथ के फ़ल खा गया।।
राम कहने का मजा......

कलिकाल के जो भक्त है, उनका भी रुतबा है बड़ा,
नरसिंह की हुंडी द्वारिका में, सांवरा सिक्रा गया।।
राम कहने का मजा......

क्या भक्ति निर्मल छा रही, देखकर संसार में,
अब्र के मानिंद तुलसी, दास यशवर छा गया।।
राम कहने का मजा......

UTRA SAGAR ME JO USKO MOTI MILA - उतरा सागर में जो, उसको मोती मिले खोज की जिसने मेरी, मुझे पा गया

 उतरा सागर में उसको ही मोती मिला।
खोज जिसने भी की मैं उसी को मिला।।

उतरा सागर में जो, उसको मोती मिले
खोज की जिसने मेरी, मुझे पा गया

खोज की जिसने मेरी, मुझे पा गया

तूने मूरत  कहा मैं मुरति वान था
तूने पत्थर कहा मैं भी पाषाण  था

ये तो तेरे ही विश्वाश की बात है
ये तो तेरे ही विश्वाश की बात है

धन्ना जात बुलाया मैं झट आ गया
धन्ना जात बुलाया मैं झट आ गया

उतरा सागर में जो, उसको मोती मिले
खोज की जिसने मेरी, मुझे पा गया

ये तो सच है की तूने बुलाया नही
बिन बुलाए कभी मैं भी आया नही

तूने प्रेम से मुझको खिलाया नही
तूने प्रेम से मुझको खिलाया नही
मैं विदुरानी के छिलके तक खा गया
तूने प्रेम से मुझको खिलाया नही

उतरा सागर में जो, उसको मोती मिले
खोज की जिसने मेरी, मुझे पा गया

प्रेम तो प्रेम  है सीधी सी बात है
प्रेम तो प्रेम है सीधी सी बात है
प्रेम कब पूछता  है की क्या जात है
चाहे हिंदू हो चाहे कोई मुसलमान
मुझको रस्खान सलवार पहना गया

खोज की जिसने मेरी मुझे पा गया
नुकता ची संका वाडी को मैना मिला
मुझको तो सबरी का भोलापन  भा गया

उतरा सागर में जो उसको मोती मिले
उतरा सागर में जो उसको मोती मिले

 

 

 



1. तूने मंदिर में ढूँढा मैं पाषाण था,
तूने मस्जिद में ढूँढा मैं आज़ान था।
देख भीतर हूँ तेरे तेरे पास था,
तूने देखा नहीं मैं दिखा भी नहीं।।

2. देह मिट्टी की मिट्टी में मिल जाएगी,
शान तेरी यह सारी ही घुल जाएगी।।
यूँ न अपने जीवन को तू गंवा।
तू टिकाए नहीं मन टिके भी नहीं।।

3. तूने चाहा नहीं मैं मिला भी नहीं।
तूने ढूँढा नहीं मैं दिखा भी नहीं।।
मैं वो मेहमान हूँ बिन बुलाए हुए।
जो कहीं न गया जो कभी न गया।।

उतरा सागर में जो उसको मोती मिले
खोज की जिसने मेरी मुझे पा गया

उतरा सागर में जो उसको मोती मिले
खोज की जिसने मेरी मुझे पा गया

नुकता ची संका वाडी को मैना मिला
मुझको तो सबरी का भोला पं भा गया

उतरा सागर में जो उसको मोती मिले
खोज की जिसने मेरी मुझे पा गया

तूने मूर्ति कहा मैं मूर्ती वान था
तूने पत्थर कहा मैं भी पाशन था

ये तो तेरे ही विश्वाश की बात है
ये तो तेरे ही विश्वाश की बात है

धन्ना जात बुलाया मैं झट आ गया
धन्ना जात बुलाया मैं झट आ गया

उतरा सागर में जो उसको मोती मिले
उतरा सागर में जो उसको मोती मिले
खोज की जिसने मेरी मुझे पा गया

ये कहना ग़लत है की उसका पता नही है
ढूँढने की हद तक कोई धुनता नही

खोज की जिसने मेरी मुझे पा गया
नुकता ची संका वाडी को मैना मिला
मुझको तो सबरी का भोला पं भा गया

ये तो सच है की तूने बुलाया नही
बिन बुलाए कभी मैं भी आया नही

तूने प्रेम से मुझको खिलाया नही
तूने प्रेम से मुझको खिलाया नही
मैं विदुरानी के छिलके तक खा गया
तूने प्रेम से मुझको खिलाया नही

खोज की जिसने मेरी मुझे पा गया
नुकता ची संका वाडी को मैना मिला
मुझको तो सबरी का भोला पं भा गया

प्यार प्यार तो प्यार है सीधी सी बात है
प्यार प्यार तो प्यार है सीधी सी बात है
प्रेम कब पूचहता है की क्या जात है
चाहे हिंदू हो चाहे कोई मुसलमान
मुझको रस्खान सलवार पहना गया

खोज की जिसने मेरी मुझे पा गया
नुकता ची संका वाडी को मैना मिला
मुझको तो सबरी का भोला पं भा गया

उतरा सागर में जो उसको मोती मिले
उतरा सागर में जो उसको मोती मिले

गोविंद गोपाल

यार की मर्ज़ी के आगे
यार का दूं भरके देख
तर्क से मिलता नही
अर्ज़ करके ही तू देख

बे इरादा मरने वेल
बा इरादा मरके देख
सारे तमाशे कर चुका
ये भी तमाशा करके देख
जिंदगी बन जाएगी
तेरे लिए आबे हयात
सब को अपना करके देखा
उनको अपना करके देखा
उनको बना के देख

यार जब तेरा है तो
सारी है तेरी कयनात
जिंदगी पे मरने वेल
जिंदगी में मरके देख

यार की मर्ज़ी के आगे
यार का दूं भरके देख
तर्क से मिलता नही
अर्ज़ करके ही तू देख
अर्ज़ करके ही तू देख

SAKHI RI BANKE BIHARI SE - सखी री बांके बिहारी से

 सखी री बांके बिहारी से

सखी री बांके बिहारी से हमारी लड़ गयी अंखियाँ ।
बचायी थी बहुत लेकिन निगोड़ी लड़ गयी अखियाँ ॥

ना जाने क्या किया जादू यह तकती रह गयी अखियाँ ।
चमकती हाय बरछी सी कलेजे गड़ गयी आखियाँ ॥

चहू दिश रस भरी चितवन मेरी आखों में लाते हो ।
कहो कैसे कहाँ जाऊं यह पीछे पद गयी अखियाँ ॥

भले तन से निकले प्राण मगर यह छवि ना निकलेगी ।
अँधेरे मन के मंदिर में मणि सी गड़ गयी अखियाँ ॥

kabhi apne man ke bharose na rahna कभी अपने मन के भरोसे न रहना

कभी अपने मन के भरोसे न रहना

ये तन कीमती है मगर है विनाशी, कभी अगले क्षण के भरोसे न रहना।
निकल जाएगी छोड़ काया को पल में, सदा श्वास धन के भरोसे न रहना।। ये, तन कीमती है, मगर

एक क्षण में योगी, एक क्षण में भोगी, पलभर में ग्यानी पल में वियोगी।
बदलता जो क्षण -क्षण में  है वृत्ति अपनी, कभी अपने मन के भरोसे न रहना।। ये, तन कीमती है मगर

हम सोचते काम दुनियाँ के कर लें, धन-धाम अर्जित कर नाम कर लें।
फिर एक दिन बन के साधू रहेंगे, उस एक दिन के भरोसे न रहना।। ये, तन कीमती है, मगर

तुझको जो, मेरा- मेरा कहेंगे,जरूरी नहीं वह भी, तेरे रहेंगे....
मतलब से, मिलते है, दुनियाँ के, साथी, सदा इस मिलन के भरोसे न रहना.ये, तन कीमती है, मगर

"राजेश" अर्जित गुरु ज्ञान कर लो, या प्रेम से राम गुणगान कर लो।

वरना श्री राम नाम रटो नित नियम से, किसी अन्य गुण के भरोसे न रहना।। ये, तन कीमती है, मगर

EK VIDHATA HI NIRDOSH RAHA - एक विधाता बस निर्दोष रहा ॥


 

एक विधाता ही बस निर्दोष रहा  

तर्ज -दिल का खिलौना हा टूट गया

एक विधाता बस निर्दोष रहा ॥

सब में कोई ना कोई दोष रहा ।
एक विधाता बस निर्दोष रहा ॥
सब में कोई ना कोई दोष रहा ।
एक विधाता बस निर्दोष रहा । 

वेद शास्त्र का महापंडित ज्ञानी,

रावण था पर था अभिमानी,

शिव का भक्त भी सिया चुरा कर,

कर बैठा ऐसी नादानी,

राम से हरदम रोष रहा ।

सब में कोई ना कोई दोष रहा ।

एक विधाता बस निर्दोष रहा ॥


युधिष्टर धर्मपुत्र बलकारी,

उसमें ऐब जुए का भारी,

भरी सभा में द्रोपदी की भी,

चीखें सुनकर धर्म पुजारी,

बेबस और खामोश रहा ।

सब में कोई ना कोई दोष रहा ।

एक विधाता बस निर्दोष रहा ॥


विश्वामित्र ने तब की कमाई,

मेनका अप्सरा पर थी लुटाई,

दुर्वासा थे महा ऋषि पर,

उनमें भी थी एक बुराई,

हरदम क्रोध व जोश रहा ।

सब में कोई ना कोई दोष रहा ।

एक विधाता बस निर्दोष रहा ॥


सारा जग ही मृगतृष्णा है,

कौन यहां पर दोष बिना है,

नत्था सिंह में दोष हजारों,

जिसने सब का दोष गिना है,

फिर यह कहा निर्दोष रहा ।

सब में कोई ना कोई दोष रहा ।

एक विधाता बस निर्दोष रहा ॥

मैंने भी अवगुण समझाए

में भी कहाँ निर्दोष रहा 

WO CHANDNI SA BADAN - वो चांदनी सा बदन ख़ुशबुओं

 वो चांदनी सा बदन

वो चांदनी सा बदन ,ख़ुशबुओं का साया है

बहुत अज़ीज़ हमें है, मगर पराया है

उतर भी आओ बस अब,  आसमाँ के ज़ीने से
तुम्हें ख़ुदा ने हमारे, लिये बनाया है

महक रही है ज़मीं, चांदनी के फूलों से
ख़ुदा किसी की मुहब्बत पे मुस्कुराया है

उसे किसी की मुहब्बत का ऐतबार नहीं
उसे ज़माने ने शायद बहुत सताया है

तमाम उम्र मेरा दम उसके धुएँ से घुटा
वो इक चराग़ था मैंने उसे बुझाया है
  रचना -बसीर बद्र 

KOI LASHKAR HAI KI BADHTE HUYE GAM AA TE HAI - कोई लश्कर है कि बढ़ते हुए ग़म आते हैं

 

कोई लश्कर है कि बढ़ते हुए ग़म आते हैं

कोई लश्कर है कि बढ़ते हुए ग़म आते हैं

शाम के साए बहुत तेज़ क़दम आते हैं

दिल वो दरवेश है जो आँख उठाता ही नहीं
इसके दरवाजे पे सौ अहले-करम आते हैं
 
मुझ से क्या बात लिखानी है कि अब मेरे लिए
कभी सोने कभी चाँदी के क़लम आते हैं

मैंने दो -चार किताबें तो पढ़ी हैं लेकिन
शहर के तौर-तरीक़े मुझे कम आते हैं
 
ख़ूबसूरत-सा कोई हादसा आँखों में लिये
घर की दहलीज़ पे डरते हुए हम आते हैं
 रचना-बशीर बद्र  

YE KASAK DIL KI DIL ME JAMI RAH GAI ये कसक दिल की दिल

 ये कसक दिल की दिल  

ये कसक दिल की दिल में चुभी रह गई

ज़िंदगी में तुम्हारी कमी रह गई

एक मैं, एक तुम, एक दीवार थी
ज़िंदगी आधी-आधी बँटी रह गई

रात की भीगी-भीगी छतों की तरह
मेरी पलकों पे थोडी नमी रह गई

मैंने रोका नहीं वो चला भी गया
बेबसी दूर तक देखती रह गई

मेरे घर की तरफ धूप की पीठ थी
आते-आते इधर चाँदनी रह गई



TAKDEER BADAL JATI HAI तकदीर बदल जाती है



 तकदीर बदल जाती है बरसाना आने से,
बरसाना आने से राधा गुण गाने से,

बिन कारन करुना बरसावत प्रेम सो प्यारी दवार भुलावत,
जन्मो की प्यास जाती है दर्शन मिल जाने से,
बरसाना आने से राधा गुण गाने से,
तकदीर बदल जाती है 


मांगत भीख कृपा  की राधे,
तुम करुनामई प्रेम अगाधे ,
मुझे ब्रिज की याद आती है दरबार में आने से.
बरसाना आने से राधा गुण गाने से,
तकदीर बदल जाती है

जप ताप साधन, एक ना जानू,
ना कछु  पूजन की विधि जानू,
प्यारे की याद आती है राधा गुण गाने से,
बरसाना आने से राधा गुण गाने से,
तकदीर बदल जाती है 

तकदीर बदल जाती है वृद्धावन आने से,
वृन्दावन आने से वृन्दावन आने से,
तकदीर बदल जाती है वृद्धावन आने से,

वृन्दावन में बांके बिहारी राधा वल्लभ की छवि प्यारी,
दर्शन पाने से तकदीर बदल जाती है वृद्धावन आने से,

घर  घर तुलसी ठाकुर सेवा माखन मिश्री दूध का लेवा,
भोग लगाने से तकदीर बदल जाती है वृद्धावन आने से,

वृन्दावन में यमुना मइयां,मधुर मधुर कदमन की छइयां,
यमुना नहाने से यमुना नहाने से,
तकदीर बदल जाती है वृद्धावन आने से,

आपसे.......



गज़ल 


शुष्क जीवन हुआ है सजल आपसे

भाग्य मेरा हुआ है प्रबल आपसे


अब तो जो कुछ लिखूँ कथ्य बस आप हैं

मेरे मुक्तक,रुबाई,ग़ज़ल आपसे


आपकी दो भुजाएँ किनारे मेरे

और मै हूँ नदी इक धवल आपसे

 

राशिफल क्यों पढूँ अपना अख़बार में

आज है आपसे और कल आपसे


आपको जब निहारा तो खिल खिल गयी

नैन मेरे हुए हैं कमल आपसे


एक से थे दिवस एक सी थी निशा

किन्तु अब हर घड़ी है नवल आपसे 

 

मेरी मेहंदी में हों ख़ुशबुयें आपकी

माँगती हूँ वचन ये अटल आपसे


~सोनरूपा


जन्मदिन लाली को

 हे बधाई हो, हे बधाई हो,

बरसाने में धूम मची भारी, आयो है जनम दिन लाली को,

हे बधाई हो, हे बधाई हो, हाँ बधाई हो,

हैप्पी बड्डे तू यू, हैप्पी बड्डे तू यू,


धन्य भयो वृषभानु को आंगन, प्रकट भई श्यामा जग पावन,

शुभ मंगल तिथि आठें प्यारी, आयो है जनम दिन लाली को,

बरसाने में धूम मची भारी, हैप्पी बड्डे तू यू, हैप्पी बड्डे तू यू,

श्यामा जू, हैप्पी बड्डे तू यू,


सज गए महल अटारी गलियाँ, मन उपवन की खिल गई कलियाँ,

मंगल गावे मिल बृजनारि, आयो है जनम दिन लाली को,

बरसाने में धूम मची भारी, श्यामा जू, हैप्पी बड्डे तू यू,


बरस रह्यो आनंद बरसाने, "चित्र विचित्र" आएँ मंगल गाने,

मेरी लाडो पे जाये सब बलिहारी, आयो है जनमदिन लाली को,

बरसाने में धूम मची भारी, श्यामा जू, हैप्पी बड्डे तू यू,

हे बधाई हो, हे बधाई हो,

बरसाने में धूम मची भारी, आयो है जनम दिन लाली को,

हे बधाई हो, हे बधाई हो, हाँ बधाई हो,

हैप्पी बड्डे तू यू, हैप्पी बड्डे तू यू,


https://youtu.be/wM1snX9RaRo?si=nh5EzQ8D_03tl07S



हम बाराती बाबा, दूल्हा बनने वाला है,

हम बाराती बाबा, दूल्हा बनने वाला है,
पगड़ी बांध रहा है, नीले चढ़ने वाला है,
सब झूमो नाचो वो आने वाला है,
पगड़ी बांघ रहा है नीले चढ़ने वाला है,
सब झूमो नाचो,

हमारी किस्मत तो देखो, मेरे सरकार आएंगे,
गुजारा हो रहा जिनसे, वही दातार आएंगे,
हम फरयादी, वो दरबार लगाने वाला है,
पगड़ी बांघ रहा है नीले चढ़ने वाला है,
सब झूमो नाचो,

मिलेगा सारे भगतो को खजाना साथ लायेगा,
कोई न खाली जाएगा सभी के हाथ आएगा,
जमा किया है जो भी आज लुटाने वाला है,
पगड़ी बांघ रहा है नीले चढ़ने वाला है,
सब झूमो नाचो,

पहुंचने वाला है भगतो करो कीर्तन जरा जम के,
जरा स्वागत में बनवारी दिखाओ नाच नाच के,
जमा नहीं जैसा रंग जमने वाला है,
भक्तो के संग श्याम धणी खुद नाचने वाला है,
पगड़ी बांघ रहा है नीले चढ़ने वाला है,
सब झूमो नाचो,

jisne mera dil loota wo to banke bihari hai - जिसने मेरा दिल लूटा वो तो बांके बिहारी है -

 एक सखी घर सो निकसी
पहुंची कान्हा के ठौर
गई थी कछु और ही
पर लौटी है कछु और 2
तेरी एक नजर ने, ना
जाने क्या-क्या काम कर दिए।
जो बदनाम थे दुनिया में उनके भी नाम कर दिए।।
सुन लो सुन लो सुन लो दुनिया वालो
सुन लो सुन लो सुन लो दुनिया वालों
दुनिया वालों दुनिया वालों
दुनिया बालों दुनिया वालों
सुनलो दुनिया वालों

जिससे मेरी यारी है
दुनिया वालों दुनिया वालों
दुनिया बालों दुनिया वालों
सुनलो दुनिया वालों
जिसने मेरा दिल लूटा वो तो बांके बिहारी है
सुन लो दुनिया वालों मेरी जिससे यारी है
जिसने मेरा दिल लूट वह तो बांके बिहारी है
जब एक नजर भरकर मैंने उसकी तरफ देखा 2
नैनों से मिला नैना 2
नजर बाज में नजर सनम से नजर मिला कर देखा
नजर पड़ी जब नजर सनम पर.....
नजर चुराते नजर ने देखा..

जब एक नजर भरकर मैंने उसकी तरफ देखा
नैनो से मिला नैना
नैनों से मिलाया नैना ओ
नैनों से मिला नैना...3
मारी दिल पर कटारी है 2
सुन लो दुनिया वालों
दुनिया वालों दुनिया वालों 2

क्या बात करूं उसकी क्या दिल पर गुजरी है 2
अब यह दिल भी तुम्हारा है यह जान भी तुम्हारी है
जिसने मेरा दिल लुटिया ...हो हो
वह तो बांके बिहारी है सुन लो सुन लो सुन लो दुनिया वालों
सुन लो दुनिया वालों दुनिया वालों
जिसमें मेरा सब लूटा है  वो तो बांके बिहारी है
इंसानियत बेचने वालों की नमाज नहीं होती
और चुगल खोर लोगों की समाज नहीं होती
इश्क मोहब्बत जो भी करना है कीजिए बांके बिहारी से
क्योंकि दिल टूटने की कोई आवाज नहीं होती
उठाएं अपने दोनों हाथ और कहें
जिसने मेरा सब लुटिया हो हो
वह तो बांके बिहारी है
जिसने मेरा दिल लूटा वह तो बांके बिहारी है
बण तितली में उड़ती फिरा किशोरी तेरे बरसाने


 

MERE SHYAM YE BATA DO YE TAAN KON SI HAI -मेरे श्याम ये बता दो -

मेरे श्याम ये बता दे,

मेरे श्याम ये बता दे,
ये तान कौन सी है,
जिसे सुन के सारी दुनियां
तेरे दर पे झूमती है,
मेरे श्याम  ये बता दे,
ये तान कौन सी है,
जिसे सुनके सारी दुनियां
तेरे दर पे झूमती है।

मेरे दिल में बस गया है,
तेरा अजीज चेहरा,
दिलकश तेरी अदाएं,
जुल्फो का घना पहरा,
हंस कर के मोह लेते,
मुस्कान कौन सी है।
मेरे श्याम ये बता दे,
ये तान कौन सी है,
जिसे सुनके सारी दुनियां
तेरे दर पे झूमती है।

जादू भरी निगाहें,
करती है क्या इशारा,
बाहों में भरलू तुमको,
लगता है मुझको प्यारा,
आती है तेरी मुझको,
ये याद कौन सी है,
मेरे श्याम ये बता दे,
ये तान कौन सी है,
जिसे सुनके सारी दुनियां
तेरे दर पे झूमती है।

तेरी अदाएं कर गयी,
घायल हमारे दिल को,
मुस्कान तेरी कान्हा,
भाये हमारे दिल को,
कजरारी तेरी आँखे,
ये नजर कौन सी है,
मेरे श्याम ये बता दे,
ये तान कौन सी है,
जिसे सुनके सारी दुनियां
तेरे दर पे झूमती है।

मेरे श्याम ये बतादे,
ये तान कौन सी है,
जिसे सुन के सारी दुनियां
तेरे दर पे झूमती है,
मेरे श्याम ये बता दे,
ये तान कौन सी है,
जिसे सुनके सारी दुनियां
तेरे दर पे झूमती है। 


 

शायरी

कहीँ मान प्रतिष्ठा मिले न मिले, अपमान गले सो बाँधना पड़े।

जल भोजन की परवाह नहीँ, करके व्रत जन्म गँवाना पड़े।

अभिलाषा नही सुख की कुछ भी, दुःख नित्य नवीन उठाना पड़े।

ब्रज भूमि के बाहर किन्तु प्रभो, हमको कभी भूल न जाना पड़े।।     

 तू करूना मई सरकार तुम्हारा ब्रज मे अवतार न होता ।

तो रसिकंन का कोई आधार नहीं होता


ब्रिज राज से नाता जुड़ा जब है तो किया जग की परवाह करे,

बस याद में उनकी रोते रहे निरंतर अशरु परवाह करे,

जितने वोह दूर भागे हमसे उतनी दुनी हम चाह करे,

किया अद्भुत सुख इस प्रेम में है हम आह करे वो वाह करे,

मान सम्मान है ओर कीर्ति महान है 

राधा जी की जय जय सारी दुनिया मे छाई  है

 धन्य भूमि जो होंटों से चूमी है  

बार बार ब्रिष भानु जी आप को बधाई है

कन्हैया को एक रोज रोकर पुकारा,

कहा उनसे जैसा हूँ अब हूँ तुम्हारा।
वो बोले साधन किये तूने क्या है,
मैं बोला किसे तुमने साधन से तारा।
वो बोले कि दुनिया में आकर किया कुछ,
मैं बोला कि अब भेजना मत दुबारा।
वो बोले परेशां हूँ तेरी बहस से,
मैं बोला ये कहदो तू जीता मैं हारा।
वो बोले कि जरिया तेरा क्या है मुझ तक,
मैं बोला कि दृग ‘बिन्दु’ का है सहारा।

जन्मदिन शायरी

 

जज्बात ओर फिक्र से भरीं हैं दिल की गहराइयाँ,
जन्मदिन की ख़ुशियों से हो आपका सफर ख़ास।

जन्मदिन की बधाईयाँ दोस्त, मेरे ये दुआ है,
ख़ुदा आपको लम्बी उम्र दे, हर ख़ुशी सच्ची पाएं।

आपके जन्मदिन पर ये दिल तरसा है बहुत,
ख़्वाबों की उड़ान भरी हो, यही तमन्ना रही है जिन्हें हमने पाला है सब कुछ।

दोस्ती और प्यार से जुड़ी है हमारी ये बात,
जन्मदिन के इस मौके पर, भेज रहे हैं ये ख़ास इश्क़ भरी दुआएँ आपको हमारे साथ।

जन्मदिन के इस ख़ास मौके पर,
दिल से भेजते हैं ये दुआएँ हम आपको।
ख़ुश रहें हमेशा, मुस्कराते रहें हमेशा,
आपके सारे सपने हक़ीक़त बन जाएं हमेशा।

जन्मदिन के ये पल हैं अनमोल,
जिंदगी के हर सफ़र में आपका साथ हो,
दिल से निकले ये दुआएँ,
आपके लिए हों हर ख़ुशियाँ ख़ास।

जन्मदिन की शुभकामनाएँ, दिल से भेजी गई हैं ये प्यारी सी शायरी। हर ख़ुशी आपके दरवाजे पर आए, हर दिन आपका सुंदर सा चेहरा खिले, और सारे सपने पूरे हों। आपका जन्मदिन मंगलमय हो! 🎂🎉🎁

आपके जन्मदिन के तोहफे के रूप में मेरे प्यार का स्वीकार करें।

 मैं आपको बहुत शुभकामनाएँ भेजता हूँ

 और आपके जीवन के सभी सुख-दुख में आपके साथ हूँ। 

आपका जीवन सफलता, सुख, और समृद्धि से भरा हो, यही कामना करता हूँ। 

आपके जीवन में खुशियाँ हमेशा बनी रहें! हर दिन आपके लिए खास हो और सपने पूरे हों।

 आपको ढेर सारा प्यार और आशीर्वाद!

जन्मदिन के इस ख़ास मौके पर,
दिल से भेजी गई हैं ये दुआएँ आपको।
ख़ुश रहें हमेशा, मुस्कराते रहें हमेशा,
आपके सारे सपने हक़ीक़त बन जाएं हमेशा।

जन्मदिन की बधाई हो आपको,
दिल से निकली हैं ये दुआ हमारी।
आपके जीवन में हर दिन हो खुशियों का त्यौहार,
आपके लिए हो ख़ुशियों का संसार।

तेरी मुस्कान तेरे चहरे को ओर खिलाती है, 

तेरे हर गम को दूर भगाती है। 

तू हर लम्हे में ख़ास है, 

मेरी चाहत तुझे और पास बुलाती है।

तेरी आंखों की देखभाल करने को दिल तरसता है,

तेरी हर मुस्कान को संभालने को दिल तड़पता है। 

तू हर लम्हे में बेहद प्यारी है, 

मेरी चाहत तुझे और याद कराती है।

तेरी बातें, तेरी हंसी, तेरा साथ चाहिए मुझे, 

तू हर दर्द में मेरा साथ बनती है। 

मेरी जिंदगी में तू ही ख़ास है, 

मेरी चाहत तुझे हमेशा याद रखती है।

तेरी हर मुस्कान, तेरी हर ख़ुशी, 

मेरे दिल के क़रीब तू है यारी।

 तू हर पल में साथ है, बस यही चाहत है मेरी, 

तेरी मुस्कान तेरे चहरे को और खिलाती है।

 

मुझमें हर रंग अब तुम्हारा है-MUJHME HAR RANG AB TUMHARA HAI


        मुझमें हर रंग अब तुम्हारा है



मुझ में हर रंग अब तुम्हारा है,
अब तो कह दो, के तू हमारा है |

रूठी राधा को मनाने आओ 
श्याम  मुरली तो बजाने आओ 
 
धुंडती  है तुम्हें ब्रज की बाला 
रास मधुबन मे रचाने आओ 

रह तकते हेन ये ये ग्वाल वाले 
फिर से माखन को चुराने आओ 

गजल

मंजिल मिली, मुराद मिली, मुदा मिला,
सब कुछ मुझे मिला, जो तेरा नक्श-ऐ-पा मिला |

जब दूर तक ना कोई, फकीर आशना मिला,
तेरा नियाज़-मंद, तेरे दर से जा मिला |

 

आलम-ऐ-शोक में, ना जाने क्यों,
मेने हर दम, तुम्हें पुकारा है |

तू तो सब ही के पास है मोजूद,
कोन कहता है, तू हमारा है |

तेरे सदके में ये तमाम जहान,
अपनी ठोकर पे मेने मारा है |

राज़ को राज़ क्यों समझते हो,
राज़ दुनिया पे आशिकारा है |


 


रूठ कर हम उन्हें भूल जाने लगे -Rooth Kar Hum Unhe Bhool Jane Lage


 

रूठ कर हम उन्हें भूल जाने लगे

रूठ कर हम उन्हें भूल जाने लगे
रूठ कर हम उन्हें भूल जाने लगे
रूठ कर हम उन्हें भूल जाने लगे
वो हमें वो हमें
वो हमें और भी याद आने लगे
वो हमें और भी याद आने लगे

भूल जाने वाले, याद आने वाले
भूल जाने वाले, याद आने वाले
भूल जाने वाले जाने वाले जाने वाले
भूल जाने याद आने वाले
भूल जाने याद आने वाले

हमने दिल से कही अपनी मजबूरियाँ
हमने दिल से कही अपनी मजबूरियाँ
हमने दिल से कही अपनी मजबूरियाँ
हमने दिल से कही अपनी मजबूरियाँ
दिल को लेकिन ये सारे बहाने लगे
दिल को लेकिन ये सारे बहाने लगे
भूल जाने वाले, याद आने वाले
भूल जाने वाले, याद आने वाले

उनके कदमों में गिर जाएँ मर जाएँ हम
उनके कदमों में गिर जाएँ मर जाएँ हम
मर जाएँ हम
इस तरह अपनी मिट्टी ठिकाने लगे
इस तरह अपनी मिट्टी ठिकाने लगे
भूल जाने वाले, याद आने वाले
भूल जाने वाले, याद आने वाले

उनसे एक पल में कैसे बिछड़ जायें हम
उनसे एक पल में कैसे बिछड़ जायें हम
उनसे एक पल में कैसे बिछड़ जायें हम
उनसे एक पल में कैसे बिछड़ जायें हम

जिनसे मिलने में शायद जमाने लगे
जिनसे मिलने में शायद जमाने लगे
भूल जाने वाले, याद आने वाले
भूल जाने वाले, याद आने वाले

रूठ कर हम उन्हें भूल जाने लगे
रूठ कर हम उन्हें भूल जाने लगे
वो हमें वो हमें
वो हमें और भी याद आने लगे
वो हमें और भी याद आने लगे
भूल जाने वाले, याद आने वाले
भूल जाने वाले, याद आने वाले

जो सोच रहे हैं कभी देखा ही नहीं था
जो देख रहे हैं कभी सोचा ही नहीं था
याद आने वाले याद आने वाले
याद आने वाले याद आने वाले
याद आने वाले..


 

देखो आज भयो ललना

देखो आज भयो ललना 

है आनंद नन्द बाबा के द्वारे सभी चलना,
देखो आज भयो ललना, आज भयो ललना,
आज भयो ललना,
आज भयो ललना, ललना, ललना,
देखो आज भयो ललना, आज भयो ललना,
है आनंद नन्द बाबा के द्वारे सभी चलना,
देखो आज भयो ललना, आज भयो,
आज भयो ललना,

शुभ घड़ी देखो है कैसी आई,
बज रही आज घर घर बधाई,
जिसने भी ये खबर सुनी है,
पड़ी उसे ना कल ना,
देखो आज भयो ललना, आज भयो,
आज भयो ललना,
है आनंद नन्द बाबा के द्वारे सभी चलना,
देखो आज भयो ललना, आज भयो,
आज भयो ललना,

मानों सुर गण सब मन में सिहाये,
यानी सब करने दर्शन हैं आये,
जिसने भी ये खबर सुनी हैं,
पड़ी उसे ना कल ना,
देखो आज भयो ललना, आज भयो,
आज भयो ललना,
है आनंद नन्द बाबा के द्वारे सभी चलना,
देखो आज भयो ललना, आज भयो,
आज भयो ललना,

छीर सागर को तज जन्म धारा,
छौना मैयां यसोदा तुम्हारा,
नर नारी चर्चा करते हैं,
इसमें कोई छल ना,

देखो आज भयो ललना, आज भयो,
आज भयो ललना,
है आनंद नन्द बाबा के द्वारे सभी चलना,
देखो आज भयो ललना, आज भयो,
आज भयो ललना,

अपना जीवन सफल जो बनाना,
तो नहीं बात ये भूल जाना,
पग रज मल के मस्तक पर,
देव सभी चलना,
देखो आज भयो ललना, आज भयो,
आज भयो ललना,
है आनंद नन्द बाबा के द्वारे सभी चलना,
देखो आज भयो ललना, आज भयो,
आज भयो ललना


 

एक बार जो रघुबर की - EK BAR JO RAGHUVAR KI


                            एक बार जो रघुबर की

नजरो का इशारा हो जाये... तेरी लगन में खो जाऊँ मैं,
दुनिया से किनारा हो जाये।।
एक बार जो रघुबर की.....


श्री राम तुम्हारे चरणों में,
आशीष सभी को मिलती है... यह धूल तुम्हारी मिल जाये,
जीवन का सहारा हो जाये।
एक बार जो रघुबर की.....


सरकार तुम्हारी महफ़िल में,
तकदीर बनाई जाती है.... मेरी भी बिगड़ी बन जाये,
एहसान तुम्हारा हो जाये।
एक बार जो रघुबर की.....


ये श्री राम का मंदिर है,
भागीरथी गंगा बहती है.... सब लोग यहाँ पे तरते है,
भव पार सभी का हो जाये।
एक बार जो रघुबर की,
नजरो का इशारा हो जाये....

एक बार जो रघुबर की,
नजरो का इशारा हो जाये.. तेरी लगन में खो जाऊँ मैं,
दुनिया से किनारा हो जाये।।
एक बार जो रघुबर की.....


श्री राम तुम्हारे चरणों में,
आशीष सभी को मिलती है.. यह धूल तुम्हारी मिल जाये,
जीवन का सहारा हो जाये।
एक बार जो रघुबर की.....


सरकार तुम्हारी महफ़िल में,
तकदीर बनाई जाती है.... मेरी भी बिगड़ी बन जाये,
एहसान तुम्हारा हो जाये।
एक बार जो रघुबर की.....


ये श्री राम का मंदिर है,
भागीरथी गंगा बहती है... सब लोग यहाँ पे तरते है,
भव पार सभी का हो जाये।
एक बार जो रघुबर की,
नजरो का इशारा हो जाये....
नजरो का इशारा हो जाये... तेरी लगन में खो जाऊँ मैं,
दुनिया से किनारा हो जाये।।
एक बार जो रघुबर की.....


श्री राम तुम्हारे चरणों में,
आशीष सभी को मिलती है.. यह धूल तुम्हारी मिल जाये,
जीवन का सहारा हो जाये।
एक बार जो रघुबर की.....


सरकार तुम्हारी महफ़िल में,
तकदीर बनाई जाती है.... मेरी भी बिगड़ी बन जाये,
एहसान तुम्हारा हो जाये।
एक बार जो रघुबर की.....


ये श्री राम का मंदिर है,
भागीरथी गंगा बहती है.... सब लोग यहाँ पे तरते है,
भव पार सभी का हो जाये।
एक बार जो रघुबर की,
नजरो का इशारा हो जाये....


 

महफ़िल में बार बार किसी पर नज़र गयी MEHFIL ME BAR BAR



महफ़िल में बार बार किसी पर नज़र गयी  

महफ़िल में बार बार किसी पर नज़र गयी 
हमने बचायी लाख मगर फिर भी उधर गयी 
महफ़िल में बार बार किसी पर नज़र गयी 

उनकी नज़र में कोई तो जादू ज़ुरूर है 
जिस पर पड़ी उसी के जिगर तक उतर गयी 
महफ़िल में बार बार किसी पर नज़र गयी 

उस बेवफा की आँख से आंसू छलक पड़े 
हसरत भरी निगाह बड़ा काम कर गयी
महफ़िल में बार बार किसी पर नज़र गयी 

उनके ज़माल-ए-रुख़ पे उन्हीं का ज़माल था 
वो चल दिए तो रौनक-ए-शामों सहर गयी 
महफ़िल में बार बार किसी पर नज़र गयी 

उनको खबर करो की है बिस्मिल करीब-ए-मर्ग 
वो आएंगे जरूर जो उन तक खबर गयी 
महफ़िल में बार बार किसी पर नज़र गयी 
हमने बचायी लाख मगर फिर भी उधर गयी 
महफ़िल में बार बार किसी पर नज़र गयी 

 

इक जोगी आयो री तेरे द्वार IK JOGI AAYO RI TERE DWAR

                            इक जोगी आयो री तेरे द्वार

दिखा दे मुख लाल का,
इक जोगी आयो री तेरे द्वार,
दिखा दे मुख लाल का,
मैया, दिखा दे मुख लाल का,
तेरे पलने में पालन हार,
तेरे पलने में पालन हार,
दिखा दे मुख लाल का,
री मैया दिखा दे मुख लाल का।

लिए अँखियों में प्यास करे जोगी अरदास,
बड़ी दूर से आयो लेके दरस की आस,
माई ऐसो संजोग न टाल,
दिखा दे मुख लाल का,
री मैया दिखा दे मुख लाल का।


मेरे नैना भये हैं निहाल,
दिखा दे मुख लाल का
प्यासे नैना भये हैं निहाल,
निरख मुख लाल का,
री मैया, निरख मुख लाल का,
रखले हीरे मोती तेरे,
ये पत्थर किस काम के मेरे,
जोगी हो गया मालामाल,
दिखा दे मुख लाल का,
री मैया दिखा दे मुख लाल का। 



he guru dev pranam apke charno me lyrics - हे गुरु देव प्रणाम आपके चरणों में he guru dev pranam apke charno me lyrics

                      हे गुरु देव प्रणाम आपके चरणों में

जनम के दाता माता पिता है
आप करम के दाता है
आप मिलते है ईश्वर से
आप ही भाग्या विधाता है

दुखिया मन को रोगी तंन को
मिलता है आराम आपके चरनो में

हे गुरु देव प्रणाम आपके चरणों में
बनते है सब काम आपके चरणों में
हे गुरु देव प्रणाम आपके चरणों में

ह्रदय में महा गौरी लक्ष्मी
कंठ शारदा माता है
जो भी वचन मुख से वचन कहे
वो वचन सिद्ध हो जाता है

हे महा गायनी हे महा दानी
रहूँ मैं सुबह शाम आपके चरणों में
बनते है सब काम आपके चरणों में
हे गुरु देव प्रणाम आपके चरणों में

निर्बल को बलवान बनादो
मूरख को गुणवान प्रभु

देव कमाल और बंशी को भी
ज्ञान का दो वरदान प्रभु

इतना करम करो मेरे दाता
सदा रहे मेरा ध्यान आपके चरनो

हे गुरु देव प्रणाम आपके चरणों में
बनते है सब काम आपके चरणों में
हे गुरु देव प्रणाम आपके चरणों में

हे गुरु देव प्रणाम आपके चरणों में
हे गुरु देव प्रणाम आपके चरणों में


 

हमारी नीदें भी उड़ चुकी हैं HAMARI NEENDEN BHI UD CHUKI HAI LYRICS


हमारी नीदें भी उड़ चुकी हैं

हमारी नीदें भी उड़ चुकी हैं,सनम भी करवट बदल रहें हैं

उधर भी जागा प्यार दिल में,इधर भी अरमां मचल रहे हैं

मिला है जिस दिन से प्यार उनका,हर एक शय है निसार मुझ पर

गुलाब कदमों में बिछ रहे हैं,चिराग राहों में जल रहे हैं

तुम्हारी आखों में प्यार देखूँ,तुम आओ तो मैं बहार देखूँ

तुम्हारे हमराह घर से निकलो,सुना है मौसम बदल रहें हैं

हमारी सासें ठहर गयी तो,तुम्हारे दिल को मलाल क्यों है

यही रहे हैं यही रहेंगे,बस आज हम घर बदल रहे हैं

शराब ऐसी भी है जहाँ में,जो होश में आदमी को लाये

वो देखो जामे रसूल पीकर,बहकने वाले संभल रहें हैं

हारमोनियम खरीदने के लिए क्लिक करें CLICK

 


 


ओ दीवानी ओ मस्तानी O DEEWANI O MASTANI

ओ दीवानी ओ मस्तानी

जिगर को कर गई घायल
तेरी निगाहें सितम
इलाज खूब दिया है
तूने दर्दे दिल का सनम

आतिशे इश्क कलेजे में दबी रहती है
तूने जिस दिन से लगाई है लगी रहती है
ओ दीवानी ओ मस्तानी जमना  पे जाए भरने को पानी
ढूंढले  कोई सवरिया 2


ओ दीवानी ओ मस्तानी भरने को आए जमना पे पानी
बरसाने वारी गुजरिया
ढूंढले कोई सवरिया
तीखे नयना गाल गुलाबी
सुंदर मुखड़ा होंठ शराबी2

बात हमारी मान ले कोई रात को आजा चोरी चोरी
खाली है मन की गठरिया
ढूंढले कोई सवरिया

चढ़ती जवानी तड़पाए है
व्याकुल नैना तरसाए है


# हस्ती को मोहब्बत में फना कोन करेगा
ये फर्ज़ अदा मेरे सिवा कोन करेगा
यूं तो नाकाम आरज़ू की कीमत है बहुत
मेरे लिए मरने की दुआ कोन करेगा 


चढ़ती जवानी तड़पाए है व्याकुल नैना तरसाए है
आजा गले से तुझको लगा लूं
चेहरे से तेरे जुल्फें हटा लूं
लखनऊ की गोरी गुजरिया
ढूंढले कोई सवरियां ढूंढले कोई ......

हेडफोन का उपयोग करें खरीदने के लिए यहाँ क्लिक करें


 

जब तक साँसें चलेंगी jab tak sansen chalengi lyrics

 जब तक साँसें चलेंगी,

हेडफोन का उपयोग करें खरीदने के लिए यहाँ क्लिक करें 

 

खाटू आऊंगा श्याम,
तेरे बिना एक पल कहीं,
मुझे ना आराम,
जब तक साँसें चलेंगी,
खाटू आऊंगा श्याम।

मेरी साँसों में तू है बसा,
तेरे दर्शन का मुझको नशा,
मेरे मन की ऐसी लगन,
तेरे भजनो में रहूं मगन,
जब तक साँसें चलेंगी,


खाटू आऊंगा श्याम.......

तुझसे पायी है हर एक ख़ुशी,
वरना रहता ये प्रेमी दुखी,
जबसे पाया तेरा साथ है,
मिल गई हर ये सौगात है,
जब तक साँसें चलेंगी,
खाटू आऊंगा श्याम......

अब ना कोई है चिंता फिकर,
संग तू चलता है हर एक डगर,
दर्शन मिले जो अवि को है श्याम
तू ही कन्हैया तू मेरा राम
जब तक साँसें चलेंगी,
खाटू आऊंगा श्याम,
तेरे बिना एक पल कहीं,
मुझे ना आराम.......


BANWARI TERI YARI NE - DIWANA BANA DIYA MASTANA BANA DIYA-बनवारी तेरी यारी ने, दीवाना बना दिया


 

दीवाना बना दिया हमे, मस्ताना बना दिया

दीवाना बना दिया हमे, मस्ताना बना दिया
बनवारी तेरी यारी ने, दीवाना बना दिया

भूल गई सुध बुध अपनी, बे-सुध सी हो गई,
अपने ही घर में रह कर, बेघर सी हो गई
तुम्हे शमा , बना के दिल अपना, परवाना बना दिया
बनवारी तेरी यारी ने...........

तेरी पायल का बन घुंघरूं, नाचूंगी संग मैं,
छोड़ रंग दुनियाँ के रंग गई, तेरे ही रंग में
तुम्हे बना के, मथुरा और खुद को, बरसाना बना दिया
बनवारी तेरी यारी ने............

कुछ भी कहे ज़माना, अब कोई परवाह नहीं,
धन दौलत और शोहरत की, अब मुझ को चाह नहीं
क्या करूँ  कांच के टुकड़ों का, मैंने हीरा पा लिया,
बनवारी तेरी यारी ने........

तुम जो प्रेम पतंग बनो, बन जाऊँगी डोर मैं,
उड़ती फिरूं गगन में संग संग, चारों ओर मैं
कहे किशन ,तेरी पद रैनू ने, जग बंधन छुड़ा लिया,
बनवारी तेरी यारी ने.............

 

ise kahte hai bajrang bala इसे कहते हैं बजरंगबाला

इसे कहते हैं बजरंगबाला

प्रेम के रंग में ऐसी डूबी बन गया एक ही रूप
अपने आप से बाते करके हो गयी मैं बदनाम
साँसों की माला पे सिमरु मैं जय श्री राम

राम नाम जपते है मस्ती में रहते है
देव है ये सबसे निराला
इसे कहते हैं बजरंगबाला
ओ बाला इसे कहते हैं बजरंगबाला

मंगल को जन्मे है मंगल ही करते
शुक्र और शनि जिनका पानी है भरते
राम का दीवाना है कहता ये जमाना है
देव है ये सबसे निराला इसे कहते हैं बजरंगबाला
ओ बाला इसे कहते हैं बजरंगबाला

नारियल हो के साथ सवा रुपैया
भेंट जो चढ़ाए पार कर देते नैया
बिगड़ी ये बनाते है गले से लगाते है
ऐसे है अंजनी के लाला
इसे कहते हैं बजरंगबाला
ओ बाला इसे कहते हैं बजरंगबाला

सिर पे मुकुट कुण्डल कानो में सोहे
झांकी निराली जो भक्तों को मोहे
बाँध के लंगोटा जो लेके हाथ सोटा जो
दुष्टों का मुंह करते काला
इसे कहते हैं बजरंगबाला
ओ बाला इसे कहते हैं बजरंगबाला

जानकी के प्यारे है अंजनी के दुलारे है
कलयुग में हमसब भक्तों के सहारे है
राम का दीवाना है कहता जमाना है
नरसी को तुमने संभाला
इसे कहते हैं बजरंगबाला
ओ बाला इसे कहते हैं बजरंगबाला

राम नाम जपते है मस्ती में रहते है
देव है ये सबसे निराला इसे कहते हैं बजरंगबाला
ओ बाला इसे कहते हैं बजरंगबाला

साउन्ड स्पीकर खरीदें https://amzn.to/43aTdrQ



TUMHE DILLAGI BHUL JANI PADEGI - तुम्हें दिल्लगी भूल जाने पड़ेगी


तर्ज - तुम्हें दिल्लगी भूल जाने पड़ेगी
 

कोई श्याम सुन्दर से कह दो ये जाके
भुला क्यों दिया हमे अपना बना के
कोई श्याम सुन्दर से कह दो ये जाके
भुला क्यों दिया हमे अपना बना के
 
अभी मैंने तुमको निहारा नहीं है
तुम्हारे सिवा कोई हमारा नहीं है,
चले क्यों गए श्याम दीवाना बना के
भुला क्यों दिया हमे अपना बना के
कोई श्याम सुन्दर से कह दो ये जाके
भुला क्यों दिया हमे अपना बना के

अभी मेरी आँखों में आसू भरे है
जख्म मेरे दिल के अभी भी हरे है
अगर तुम ना आये तो दिल क्या करेगा
तुम्हारे लिए ही तडपता रहेगा
निभाना नहीं था तो पहले ही कहते
बुझाते हो क्यों आग दिल में लगा के

भुला क्यों दिया हमे अपना बना के
कोई श्याम सुन्दर से कह दो ये जाके
भुला क्यों दिया हमे अपना बना के
भुला क्यों दिया हमे अपना बना के
कोई श्याम सुन्दर से कह दो ये जाके
भुला क्यों दिया हमे अपना बना के 

BELOW THE LINK  https://www.amazon.in/gp/product/B00UZ5AK8M?smid=AT5ERXWN8WQNA&psc=1&linkCode=ll1&tag=dksaini560b-21&linkId=4f015ad236cab26a98d557b04f256e6c&language=en_IN&ref_=as_li_ss_tl

KIRTAN KI HAI RAT BABA AAJ THANE AANO HAI कीर्तन की है रात बाबा आज ठाणे आणो है

 कीर्तन की है रात बाबा आज ठाणे आणो है ।

कीर्तन की है रात बाबा आज ठाणे आणो है ।
थारे कोल निभानु हे

दरबार सावरिया, ऐसो सजो प्यारो, दयालु आप को
सेवा में सावरिया, सगला खड़ा डिगे, हुकम बस आप को
सेवा में थारी म्हणे आज बिछ जणू हे, थारे कोल निभानु हे
कीर्तन की है रात...

कीर्तन की है तैयारी,  कीर्तन करा जमकर, प्रभु क्यु देर करो
वादों थारो दाता, कीर्तन में आने को, घणी मत देर करो
भजनासु ठाणे म्हणे आज रिझाणु है, थारे कोल निभानु हे
कीर्तन की है रात...

जो कुछ बनो म्हासु, अर्पण परभू सारो, प्रभु स्वीकार करो
नादाँ सु गलती होती ही आई है, ब्रभु मत ध्यान धरो
नंदू सावरिया थानों दास पुरानो है, थारे कोल निभानु हे
कीर्तन की है रात...





 

MEETHI MEETHI MERE SAWRE KI - मीठी-मीठी मेरे सांवरे की....


 मीठी-मीठी मेरे सांवरे की....

मीठी-मीठी मेरे सांवरे की....
मीठी-मीठी मेरे सांवरे की मुरली बाजै.... मीठी मुरली बाजै....
होकर श्याम की दीवानी राधा-रानी नाचै ॥,
मीठी-मीठी मेरे सांवरे की मुरली बाजै.... प्यारी बंसी बाजै....
होकर श्याम की दीवानी राधा-रानी नाचै ॥,

छोटो सो कन्हैयों मेरो बांशुरी बजावै ॥,
यमुना की नारी देखो रास-रचावै,
पकड़ी राधे जी की बईयां....
पकड़ी राधे जी की बईयां, देखो घुमर-घाले,
हो... देखो घुमर-घाले,
होकर श्याम की दीवानी राधा-रानी नाचै ॥,
मीठी-मीठी मेरे सांवरे की मुरली बाजै... प्यारी बंसी बाजै...
होकर श्याम की दीवानी राधा-रानी नाचै ॥,

छम-छम बाजे देखो राधे की पैजनियाँ ॥,
नाचे रे कन्हैयों मेरो छोड़ के मुरलियां ॥,
राधे संग में नैन लड़ावे....
राधे संग में नैन लड़ावे, नाचै सागे-सागे,
हो... नाचै सागे-सागे,
होकर श्याम की दीवानी राधा-रानी नाचै ॥,
मीठी-मीठी मेरे सांवरे की मुरली बाजै... प्यारी बंसी बाजै...
होकर श्याम की दीवानी राधा-रानी नाचै ॥,

प्यारी-प्यारी लागे देखो जोड़ी राधे-श्याम की ॥,
शान है या जान है या देखो सारे गाँव की ॥,
राधे-श्याम की जोड़ी ने....
राधे-श्याम की जोड़ी ने, हिबड़े माहि राखै,
हो... हिबड़े माहि राखै,
होकर श्याम की दीवानी राधा-रानी नाचै ॥,
मीठी-मीठी मेरे सांवरे की मुरली बाजै... प्यारी बंसी बाजै...
होकर श्याम की दीवानी राधा-रानी नाचै ॥

बाजे रे मुरलियां देखो बाजे रे पैजनियाँ ॥,
भगतां ने बनाले तेरे गाँव की गुजरियां ॥
हो करदे बनवारी यों काम....
हां करदे बनवारी यों काम, तेरो कांई लागै,
हो... तेरो कांई लागै,
होकर श्याम की दीवानी राधा-रानी नाचै ॥,
मीठी-मीठी मेरे सांवरे की मुरली बाजै... प्यारी बंसी बाजै...
होकर श्याम की दीवानी राधा-रानी नाचै ॥