दीनानाथ अनाथ का भला मिला संयोग
गर मुझे ना ताराँ तो हंसी करेंगे लोग
प्रभु मुझ अनाथ पर दया किजिये
आप अपने चरणों को धुला लीजिए
मेरे घाट आ गए हैं चरण को बढ़ाइए
आइए करीब आके चरण को धुलाइये
हाथ मेरे माथे पे रख दीजिये
आप अपने चरणों को धुला लीजिए
रीतियों से पार करना केवटों का काम है
पार करते आप सबको केवटों का नाम है
मेरी हर बात पर गौर कीजिए
आप अपने चरणों को धुला लीजिए
चरण को धुलाकरके नाव में बिठाया
नाव में बिठा कर के पार पहुंचाया पार किया है
तुमको मुझे तारिये आप अपने चरणों को धुला लीजिए
Ishq aur pyar ka maza, इश्क़ और प्यार का मज़ा लीजिये
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