उलझ मत दिल बहारो में बहारो का भरोसा क्या,
सहारे छुट जाते है सहरो का बरोसा क्या,

तमनाये जो तेरी है फुहारे  है वो सवान की,
फुहारे है सुक जाती है फुकारो का भरोसा क्या 

दिलासे यो यहाँ के सभी रंगिन नजारे है,
नजारे रूसे  जाते है नजारों का भरोसा क्या,

इन्ही रंगीन गुबारों पर आरे दिल  क्यों फ़िदा होता,
गुबारे फुट जाते है दुबारो का भरोसा क्या,

तू हरी का नाम लेकर के किनारों से किनारा कर,
किनारे कूट जाते है किनारों का भरोसा क्या,

मेरे बांके बिहारी के नैना सखी री कछु जादू सो कर गए री,


मेरे बांके बिहारी के नैना सखी री कछु जादू सो कर गए री,
मेरे कुञ्ज बिहारी के नैना सखी री कछु जादू सो कर गए री,
जादू सो कर गए टोना सो कर गए,
मेरे बांके बिहारी के नैना सखी री,
कछु जादू सो कर गए री,
राधा रसिक बिहारी के नैना सखी री,
कछु जादू सो कर गए री.....

जाने केसों कर गयो जादू ,
कर गयो जादू  हाँ कर गयो जादू,
मेरा दिल मेरे रहो ना काबू रहो  ना काबू,
हाँ रहो न  काबू
दिन बीते कटे नहीं रैना सखी री,
कछु जादू सो कर गए री,
मेरे बाँके बिहारी के नैना सखी री.....

लूट गई देख छवि तेरी प्यारी,
छवि तेरी प्यारी छवि तेरी प्यारी,
जादूगर ऐसो बांके बिहारी,
बांके बिहारी प्यारो बांके बिहारी,
वो चलाये रहो तिरछे सैना सखी री,
कछु जादू सो कर गए री,
मेरे बाँके बिहारी के नैना सखी री,
कछु जादू सो कर गए री......

मोटी मोटी अँखियाँ बड़ी कजरारी,
बड़ी कजरारी बड़ी कजरारी,
गोल कपोलन के लट घुंघराली,
लट घुंघराली रे लट घुंघराली,
ऐसो सुन्दर श्याम सलोना सखी री,
कछु जादू सो कर गए री,
मेरे बाँके बिहारी के नैना सखी री,
कछु जादू सो कर गए री.....

नैना बिहारी जी के रस के प्याले,
रस के प्याले,रस के प्याले,
चित्र विचित्र पागल कर डारे,
पागल कर डारे पागल कर डारे,
देखे बिन चैन पड़े ना सखी री,
कछु जादू सो कर गए री,
मेरे बाँके बिहारी के नैना सखी री,
कछु जादू सो कर गए री.......
होली खेल रहे नंदलाल वृंदावन कुञ्ज गलिन में।
वृंदावन कुञ्ज गलिन में, वृंदावन कुञ्ज गलिन में॥

नंदगांव के छैल बिहारी, बरसाने कि राधा प्यारी,
हिलमिल खेले गोपी ग्वाल, वृंदावन कुञ्ज गलिन में॥

ढापडोल मजीरा बाजे, कहना मुख मुरली साजे,
ए री सब नाचत दे दे ताल, वृंदावन कुञ्ज गलिन में॥

याने भर पिचकारी मारी, रंग में रंग दारी सारी,
ए री मेरे मुख पर मलो गुलाल, वृंदावन कुञ्ज गलिन में॥

Mere kanha jo aaye palat ke

मेरे कान्हा जो आये पलट के,
आज  होली मैं खेलूंगी डट के,

अपने तन पे गुलाल लगा गे,
उनके पीछे मैं छुपके से जाके,
रंग दूंगी उन्हें मैं लिपट के,
आज  होली मैं खेलूंगी डट के,

की उन्हों अगर जोरा-जोरी,
जोरा-जोरी,जोरा-जोरी,
छिन्नी पिचकारी बाइयाँ मरोरी,
गरियाँ मैंने रखी है रट के,
आज  होली मैं खेलूंगी डट के,

Jay ganesh jay maha deva

चिराग बुझ ना जाये
इन्हें आंधियो से बचाले हाय
जिसका जग में कोई न हो उससे
साई गोद में उठा ले
जीने का सबक सीखा साई के फकीरो से
तकदीर झलकती है हाथों की लकीरों से
चराग दिल के जलाओ बहुत अंधेरा है
मेरे घर आओ साई बहुत अँधेरा है
जीने का सबक सीखा साई के फकीरो से
तकदीर झलकती है हाथों की लकीरों से
जय गणेश जय महादेव
जय गणेश जय महादेव
ओम नमो नमो नमः
ओम नमो नमो नमः
कह दिया कह दिया
कह दिया मेरे दिल में
जो था तुझसे मैंने सब कहा
कह दिया कह दिया कह दिया
जय गणेश जय महादेव
जय गणेश जय महादेव
ओम नमो नमो नमो नमो नमः
ओम नमो नमो नमो नमो नमः
दुखियन पे कृपा करो
हे दुखियन पे कृपा करो हे
बहुत दूर से आया हु मै
झोली खली लाया हु मैं
अरे बाबा मेरी आस ना तोड़ो
मुझ निर्धन से मुह को न मोड़ो
मेरी खाली झोली भरदे
इतनी दया तू निरधन पे भी करदे
मैंने तेरा नाम लिया है
अपने दिल को साई थाम लिया है
आंख से आंसू झलक रहे है
और तेरे चरणो में तड़प रहे है
इनको छूकर पवन करदे मुझको
भी साई सदा सुहागन करदे
दुनिया ताने अब ना
मरे बाँझ कह के ना कोई पुकारे
ना तुम रहोगे ना समाज रहेगा
अब ना कोई भी बाँझ रहेगा उसके करम से
दुखियन पे कृपा करो
हे दुखियन पे कृपा करो हे
और करे तेरी सेवा
जय गणेश जय महादेव
जय गणेश जय महादेव
ओम नमो नमो नमो नमो नमः
ओम नमो नमो नमो नमो नमः
माता जाकी पार्वती जो पार करे
नैया वो पारवती मैया
जो भाग्य बनता है
महादेव कहलाता है
माँ बाप दिल को जो दुखता है
दुनिया में मजे करले वह
वो नरक में जाता है
अपना इरादा नेक है सबका मालिक एक है
जो पार करे नैया वो पारवती मैया
जो भाग्य बनता है महादेव कहलाता है
जब तुझ में आया दम तुम कहलाय आदम
ममता की छाया दे माँ हौ कह लेती है
जो अग्नि परीक्षा दे वो है सीता मैय्या
जो वनवास निभाता है वोही तो राम कहता है
माता जाकी पार्वती
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा
जय गणेश जय महादेव
जय गणेश जय महादेव

MAN ME BASAKAR TERI MURTI मन में बसा कर तेरी मूर्ती

मन में बसा कर तेरी मूर्ती
उतारूँ मैं गिरधर तेरी आरती
मन में बसा कर तेरी मूर्ती
उतारूँ मैं गिरधर तेरी आरती
करुना करो कष्ट हरो ज्ञान दो भगवन
भव में फासी नाव तार दो भगवन
दर्द की दवा तुम्हारे पास है
ज़िन्दगी है दया की है भीख मांगती
मन में बसा कर तेरी मूर्ती
उतारूँ मैं गिरधर तेरी आरती
मांगू तुझसे क्या मैं यही सोचु भगवन
ज़िन्दगी जब तेरे नाम कर दी अर्पन
सबकुछ तेरा कुछ नहीं मेरा
चिंता है तुझको प्रभू संसार की
मन में बसा कर तेरी मूर्ती
उतारूं मैं गिरधर तेरी आरती
वेद तेरी महिमा गाएं संत करे ध्यान
नारद गुण गान करें छेड़े वीणा तान
भक्त तेरे द्वार करते हैं पुकार
दास तेरा गाये तेरी आरती
मन में बसा कर तेरी मूर्ती
उतारूं मैं गिरधर तेरी आरती

राधे की कोई खबर लाता नही

राधे की कोई खबर लाता नहीं,
ग़म यही दिल से निकल पाता नहीं ।।

जा हवा तूं राधे को छूकर बता,
क्या उसे अब मुझसे नाता नहीं ।।
राधे की कोई खबर लाता.....

दर्शन दो या प्रीत बन्धन तोड़ दो,
और ग़म मुझसे सहा जाता नहीं ।।
राधे की कोई खबर लाता.....

आके जो ले ले खबर मुझ दीन की,
राधे बिन कोई नजर आता नहीं ।।
राधे की कोई खबर लाता.....

क्यों तड़फता है ये दिल बेप्रीत को,
दिल को ये कोई भी समझाता नहीं ।।
राधें की कोई खबर लाता.....

एक दिन साकार होती साधना,
फूल अगर श्रद्धा का मुरझाता नहीं ।।
राधे की कोई खबर लाता.....

पूजता है यूँ ही राधे को,
राधे सा जग में कोई दाती नहीं ।।
राधे की कोई खबर लाता.....