बेस्ट शायरी
आंखें तो प्यार में दिल की जुबान होती हैं,
सच्ची चाहत तो सदा बे जुबान होती है,
प्यार में दर्द भी मिले तो मत घबराना,
सुना है दर्द से चाहत और जवान होती है।
आँखों में रहा दिल में उतर कर नहीं देखा,
कश्ती के मुसाफिर ने समंदर नहीं देखा,
पत्थर मुझे कहता है मेरा चाहने वाला,
मैं मोम हूँ उसने मुझे छू कर नहीं देखा।
जोड़कर रिश्ता मोहब्बत का किसी से,
उसे तन्हा अकेले छोड़ा नहीं जाता,
कांच से होते है यह दिल के रिश्ते,
इन दिल के रिश्तों को यु ही तोड़ा नहीं जाता।
मोहब्बत कि ज़ंज़ीर से डर लगता है,
कुछ अपनी तकलीफ से डर लगता है,
जो मुझे तुजसे जुदा करते है,
हाथ कि वो लकीरो से डर लगता है।
प्यास दिल की बुझाने वो कभी आया भी नहीं,
कैसा बादल है जिसका कोई साया भी नहीं,
बेरुखी इससे बड़ी और भला क्या होगी,
एक मुद्दत से हमें उसने सताया भी नही।
हमारी दास्तां उसे कहां कबूल थी,
मेरी वफायें उसके लिये फिजूल थीं,
कोई आस नहीं लेकिन कोई इतना बतादो,
मैंने चाहा उसे क्या ये मेरी भूल थी।
दर्द में इस दिल को तड़पते देखा,
अपने सामने हर रिश्ते को बिखरते देखा,
कितने प्यार से सजाये ख्वाबों की दुनिया,
उसी आँखों से अपने उजड़ते देखा।
पहले कभी ये यादें ये तनहाई थी,
कभी दिल पे मदहोशी छायी ना थी,
जाने क्या असर कर गयीं उसकी बातें,
वरना इस तरह कभी याद किसी की आयी ना थी।
रात की तन्हाई में उसको आवाज़ दिया करते हैं,
रात में सितारों से उनका ज़िक्र किया करते हैं,
वो आयें या ना आयें हमारे ख्वाबों में,
हम तो बस उन्ही का इंतज़ार किया करते हैं।
प्यार सभी को जीना सिखा देता है,
वफ़ा के नाम पे मरना सिखा देता है,
प्यार नहीं किया तो करके देख लो यार,
ज़ालिम हर दर्द सहना सिखा देता है।
जान से ज्यादा प्यार उन्हें किया करते थे,
याद उन्हें दिन रात किया करते थे,
अब उन राहों से गुज़रा नहीं जाता,
जहाँ बैठकर उनका इंतजार किया करते थे।
जिंदगी कितनी खूबसूरत होती,
अगर तेरी चाहत अधूरी ना होती,
कुछ उलझने कुछ मजबूरियां होती बेशक,
मगर प्यार में इतनी दूरियां ना होती।
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