दिलकश तेरा नक्शा है सूरत तेरी प्यारी है

 दिलकश तेरा नक्शा है सूरत तेरी प्यारी है

हम क्यूँ न मचल जाये सो जान से प्यारी है
नक्शा तेरा दिलकश है चोखट तेरी प्यारी है
जिसने भी तुम्हे देखा सों जान पे वारि है|

यह दिल एक मंदिर है और मन यह पुजारी है
मंदिर में जो राखी है तस्वीर तुम्हारी है||1||

क्या पेश करूँ तुमको क्या चीज हमारी है
यह दिल भी तुम्हारा है यह जान भी तुम्हारी है||2||

क्यूँ देर हुई कान्हा बिगड़ी मेरी बनने में
तुमने तो सदा सब की तक़दीर संवारी है||3||

करना ना जुदा दिल से हसरत यह हमारी है
हमनें तेरे टुकडो पर सारी उम्र गुजारी है||4||

मैं तो रटू श्री राधा राधा नाम, बिरज की गलियन में,

 मैं तो रटू श्री राधा राधा नाम, बिरज की गलियन में,

रहू खोई खोई आठो याम, बिरज की गलियों में ।।

इत उत डोलू कही कही राधा, मिट जाए जीवन की बाधा, 

कहीं मिल जाए घनश्याम, बिरज की गलियों में,

मैं तो हूँ श्री राधा राधा नाम, बिरज की गलियन में ।।

उलझी उलझी ब्रज की कुंजन में, सेवा कुंज और निधि वन में,

जीवन की हो जाए शाम, बिरज की गलियों में,

मैं तो हूँ श्री राधा राधा नाम,

बिरज की गलियन में ।।

अब तो आस यही जीवन की,

रज मिल जाए मोहे श्री चरणन की, जब निकले तन सो प्राण, बिरज की गलियों में,

मैं तो हूँ श्री राधा राधा नाम, बिरज की गलियन में ।।

मैं तो रटू श्री राधा राधा नाम, बिरज की गलियन में, रहू खोई खोई आठो याम, बिरज की गलियों में ।।

एक अरज मेरी सुन लो, सरकार मेरे दाता

मेरे बाँके बिहारी मोपे कृपा करो ..........
एक अरज मेरी सुन लो, सरकार मेरे दाता
एक अरज मेरी सुन लो, सरकार मेरे दाता
करदो अधम की नैया, भव पार मेरे दाता

करदो अधम की नैया, भव पार मेरे दाता 

तुम हो अधम जनों का उद्धार करने वाले

तुम हो अधम जनों का उद्धार करने वाले
उद्धार करने वाले
मैं हूँ अधम जनों का सरदार मेरे दाता

एक अरज मेरी सुन लो, सरकार मेरे दाता
करदो अधम की नैया, भव पार मेरे दाता

करुणा निधान करुणा, करनी पड़ेगी तुमको
करुणा निधान करुणा, करनी पड़ेगी तुमको
करनी पड़ेगी तुमको
तब ही तो कहते तुमको, करतार मेरे दाता

एक अरज मेरी सुन लो, सरकार मेरे दाता
करदो अधम की नैया, भव पार मेरे दाता
मेरे बाँके बिहारी की ऊंची अटरिया 
मोसे उतरो  चढ़ो ना  जाए 
कोई कहदो मेरे श्याम से
 मेरी बहियाँ पकड़ ले जाए 

अच्छा हूँ या बुरा हूँ, प्रभु दास हूँ तुम्हारा
अच्छा हूँ या बुरा हूँ, प्रभु दास हूँ तुम्हारा
प्रभु दास हूँ तुम्हारा
जीवन था मेरे तुम पर, सब भार तुमपर दाता

उठाव - मेरे बाँके बिहारी मोपे कृपा करो ..........

एक अरज मेरी सुन लो, सरकार मेरे दाता
करदो अधम की नैया, भव पार मेरे दाता

एक भक्त की है विनती, भक्तों में कर लो गिनती
एक भक्त की है विनती, भक्तों में कर लो गिनती
भक्तों में कर लो गिनती
कर दो सभी पे इतना, उपकार मेरे दाता

एक अरज मेरी सुन लो, सरकार मेरे दाता
एक अरज मेरी सुन लो, सरकार मेरे दाता
करदो अधम की नैया, भव पार मेरे दाता
करदो अधम की नैया, भव पार मेरे दाता

उठाव - मेरे बाँके बिहारी मोपे कृपा करो ..........

NA JANE KYON BAHUT ROYA TUMHARI YAAD ME MOHAN न जाने क्यों बहुत रोया तुम्हारी याद में मोहन |

न जाने क्यों बहुत रोया तुम्हारी याद में मोहन |

जितना दिया सरकार ने मुझको, उतनी मेरी औकात नही

ये तो करम उनका वरना मुझमे तो कोई बात नही


प्रीतम ये मत जानियो, तुम बिछड़े मोहे चैन !!

जैसे जल बिन माछरी तड़पत हूं दिन रैन !!


तेरी खातिर कन्हैया मैं जोगन बनी, खाख तन पे लगी कि लगी रह गई

पीछे मुड़कर तो तुमने देखा ही नही, मेरी पूजा में कोई कमी रह गई


न जाने क्यों बहुत रोया तुम्हारी याद में मोहन |

कभी न नींद भर सोया,तुम्हारी याद में मोहन|| 


अगर तुम ज्ञान से मिलते,तो ज्ञानी बहुत हैं जग में |

मिले उसको जो जग खोया,तुम्हारी याद में मोहन ||


सबर की हो गई हद,अब सहा जाता नही हमसे

अश्रु से तन बदन धोया, तुम्हारी याद में मोहन


न तुम पूजा से मिल पाते, न हम कोई पुण्य कर पाते |

मैं गठरी पाप की ढोया तुम्हारी याद में मोहन||


ज़माना रूठ जाए ,पर न रूठो तुम मेरे दाता |

पुराना जन्म जन्मो का कन्हैया आपसे नाता

मैं ठोकर दुनिया की खाया तुम्हारी याद में मोहन ||


दया करदो मेरे प्यारे तुम्ही दाता कहाते  हो

नैनो में नीर है मेरे, मुझे तुम क्यों रुलाते हो

तड़प अब सह नही पाया, तुम्हारी याद में मोहन


न जाने क्यों बहुत रोया तुम्हारी याद में मोहन |

कभी न नींद भर सोया,तुम्हारी याद में मोहन||