NAM MERI RADHA RANI//नाम मेरी राधा रानी का


 

नाम मेरी राधा रानी का जिस जिस ने गाया है,
बांके बिहारी ने उसे अपना बनाया है,
जय राधे, जय राधे, जय श्री कृष्ण बोलो जय राधे….

नाम मेरी राधा रानी का, सदा देता सहारा है,
तू भी एक बार जप ले, यह नाम बड़ा प्यारा है,
जय राधे, जय राधे, जय श्री कृष्ण बोलो जय राधे….

राधा राधा नाम वाली, फेरी जिसने माला है,
उस पर रीझ गया, मेरा मुरली वाला है,
जय राधे, जय राधे, जय श्री कृष्ण बोलो जय राधे….

राधा राधा नाम का तो, हुआ पागल जमाना है,
प्यारा तीनों लोको से, श्री जी का बरसाना है,
जय राधे, जय राधे, जय श्री कृष्ण बोलो जय राधे….

राधा राधा नाम वाली चढ़ गई हमें मस्ती है,
‘चित्र विचित्र’ पे कृपा राधा रानी की बरसती है,
जय राधे, जय राधे, जय श्री कृष्ण बोलो जय राधे….

SHAM MURLI TO BAJANE AAO /श्याम मुरली तो बजाने आओ


श्याम मुरली तो बजाने आओ

श्याम मुरली तो बजाने आओ,

रूठी राधा को मनाने आओ ।

ढूँढती है तुझे ब्रज की बाला,
रास मधुबन में रचाने आओ ।

राह तकते हैं यह गवाले कब से,
फिर से माखन को चुराने आओ ।

इंद्र फिर कोप कर रहा बृज पर,
नख पर गिरिवर को उठाने आओ ।

अपने ‘शर्मा’ को फिर से मनमोहन,
पाठ गीता का पढ़ाने आओ ।

उतरा सागर में उसको ही मोती मिला।

 उतरा सागर में उसको ही मोती मिला।

खोज जिसने भी की मैं उसी को मिला।।

1. तूने मंदिर में ढूँढा मैं पाषाण था,
तूने मस्जिद में ढूँढा मैं आज़ान था।
देख भीतर हूँ तेरे तेरे पास था,
तूने देखा नहीं मैं दिखा भी नहीं।।

2. देह मिट्टी की मिट्टी में मिल जाएगी,
शान तेरी यह सारी ही घुल जाएगी।।
यूँ न अपने जीवन को तू गंवा।
तू टिकाए नहीं मन टिके भी नहीं।।

3. तूने चाहा नहीं मैं मिला भी नहीं।
तूने ढूँढा नहीं मैं दिखा भी नहीं।।
मैं वो मेहमान हूँ बिन बुलाए हुए।
जो कहीं न गया जो कभी न गया

उतरा सागर में जो उसको मोती मिले
खोज की जिसने मेरी मुझे पा गया

नुकता ची संका वाडी को मैना मिला
मुझको तो सबरी का भोला पं भा गया

उतरा सागर में जो उसको मोती मिले
खोज की जिसने मेरी मुझे पा गया

तूने मूर्ति कहा मैं मूर्ती वान था
तूने पत्थर कहा मैं भी पाशन था

ये तो तेरे ही विश्वाश की बात है
ये तो तेरे ही विश्वाश की बात है

धन्ना जात बुलाया मैं झट आ गया
धन्ना जात बुलाया मैं झट आ गया

उतरा सागर में जो उसको मोती मिले
उतरा सागर में जो उसको मोती मिले
खोज की जिसने मेरी मुझे पा गया

ये कहना ग़लत है की उसका पता नही है
ढूँढने की हद तक कोई धुनता नही

खोज की जिसने मेरी मुझे पा गया
नुकता ची संका वाडी को मैना मिला
मुझको तो सबरी का भोला पं भा गया

ये तो सच है की तूने बुलाया नही
बिन बुलाए कभी मैं भी आया नही

तूने प्रेम से मुझको खिलाया नही
तूने प्रेम से मुझको खिलाया नही
मैं विदुरानी के छिलके तक खा गया
तूने प्रेम से मुझको खिलाया नही

खोज की जिसने मेरी मुझे पा गया
नुकता ची संका वाडी को मैना मिला
मुझको तो सबरी का भोला पं भा गया

SHRI RAM JI HAMARE SAB KAM KAR RAHE HAI

श्री राम जी हमारे,

श्री राम जी हमारे,

सब काम कर रहे है,

हम राम के सहारे,

हम राम के सहारे,

विश्राम कर रहे है,

श्री राम जी हमारे,

सब काम कर रहे है।।



ये राम की कृपा है,

कलयुग से कठिन युग में,

निश्चिन्त हो के हरी का,

गुणगान कर रहे है,

श्री राम जी हमारें,

सब काम कर रहे है।।



ये राम की है महिमा,

शंकर से सिद्ध योगी,

पीकर के विष हलाहल,

विश्राम कर रहे है,

श्री राम जी हमारें,

सब काम कर रहे है।।



भक्तो की साधना की,

खेती हरी भरी है,

ये है कृपा की वर्षा,

हम सब भी तर रहे है,

श्री राम जी हमारें,

सब काम कर रहे है।।



जो हो चूका जो होगा,

जो हो रहा है जग में,

विश्वास भक्त का है,

सब राम कर रहे है,

श्री राम जी हमारें,

सब काम कर रहे है।।



श्री राम जी हमारे,

सब काम कर रहे है,

हम राम के सहारे,

हम राम के सहारे,

विश्राम कर रहे है,

श्री राम जी हमारे,

सब काम कर रहे है।।


 

RADHA NAAM JAPA KAR BANDE -राधा नाम जपा कर बन्दे

राधा नाम जपा कर बन्दे

बरसाने की रज अमृत है पावन है ब्रिज धाम,
तू ना भटके फिर लख चौरासी बस गा ले राधा नाम.....

राधा नाम जपा कर बन्दे काम यही बस आएगा,
अटल विजय होगी तेरी तू सांवरिया को पायेगा,
राधा नाम जपा कर बन्दे.....

इस जग के झूठे चक्कर में तू फिरता मारा मारा,
अंत समय कोई काम ना आवे चाहे हो जितना प्यारा,
राधे नाम का अमृत पी तू और ना कुछ ले जाएगा,
अटल विजय होगी तेरी तू सांवरिया को पायेगा,
राधा नाम जपा कर बन्दे.............

अपनों साँसों की माला पे राधे राधे गाया कर,
आठों याम इसी अमृत की धारा में तू नहाया कर,
श्री चरणों में अर्पण हो जा नहीं तो धोखा खायेगा,
अटल विजय होगी तेरी तू सांवरिया को पायेगा,
राधा नाम जपा कर बन्दे.............

अपने भक्तो पे करुणामयी इतनी कृपा कर देना,
जो भी आये द्वार तुम्हारे उसकी झोली भर देना,
राधे नाम से तू धर्मेंद्र भव सागर तर जाएगा,
अटल विजय होगी तेरी तू सांवरिया को पायेगा,
राधा नाम जपा कर बन्दे............


 

 

DARBAR ME KHATU WALE KE _ दरबार में खाटू वाले के दुःख


                       दरबार में खाटू वाले के दुःख 

तर्ज - क्या तुम्हें पता है ए गुलशन

दरबार में खाटू वाले के दुःख दर्द मिटाए जाते है,
गर्दिश के सताए लोग यहाँ सिने से लगाए जाते है,
दरबार में खाटु वाले के दुःख दर्द मिटाए जाते है

ये महफ़िल है मतवालों की हर भक्त यहाँ मतवाला है,
भर भर के जाम इबादत के यहाँ खूब पिलाए जाते है,
दरबार में खाटु वाले के...........

जिन भक्तों पे ऐ जग वालों, है खास इनायत इस दर की
उनको ही बुलावा आता है दरबार बुलाए जाते है,
दरबार में खाटु वाले के.......

किस्मत के मारे कहाँ रहे जिनका ना ठोर ठिकाना है,
जो श्याम शरण में आते है पलकों पे बिठाए जाते है,
दरबार में खाटु वाले के.....

मत घबराओ ऐ जग वालों इस दर पे शीश झुकाने से,
जिनका भी झुका है शीश यहाँ मुकाम वो ऊँचा पाते है,
दरबार में खाटु वाले के.....

RAM KAHNE KA MAJA JISKI - राम कहने का मजा, जिसकी जुबान पर आ गया,

राम कहने का मजा, जिसकी जुबान पर आ गया,
मुक्त जीवन हो गया, चारो पदार्थ पा गया ॥

लुटा मज़ा प्रह्लाद ने, इस राम के प्रताप से,
नरसिंह हो दर्शन दिए, त्रिलोक में यश छा गया।।
राम कहने का मजा......

जाती की थी भीलनी, उस प्रेम से सुमिरन किया,
घर आकर परमात्मा, उस हाथ के फ़ल खा गया।।
राम कहने का मजा......

कलिकाल के जो भक्त है, उनका भी रुतबा है बड़ा,
नरसिंह की हुंडी द्वारिका में, सांवरा सिक्रा गया।।
राम कहने का मजा......

क्या भक्ति निर्मल छा रही, देखकर संसार में,
अब्र के मानिंद तुलसी, दास यशवर छा गया।।
राम कहने का मजा......