BANWARI TERI YARI NE - DIWANA BANA DIYA MASTANA BANA DIYA-बनवारी तेरी यारी ने, दीवाना बना दिया


 

दीवाना बना दिया हमे, मस्ताना बना दिया

दीवाना बना दिया हमे, मस्ताना बना दिया
बनवारी तेरी यारी ने, दीवाना बना दिया

भूल गई सुध बुध अपनी, बे-सुध सी हो गई,
अपने ही घर में रह कर, बेघर सी हो गई
तुम्हे शमा , बना के दिल अपना, परवाना बना दिया
बनवारी तेरी यारी ने...........

तेरी पायल का बन घुंघरूं, नाचूंगी संग मैं,
छोड़ रंग दुनियाँ के रंग गई, तेरे ही रंग में
तुम्हे बना के, मथुरा और खुद को, बरसाना बना दिया
बनवारी तेरी यारी ने............

कुछ भी कहे ज़माना, अब कोई परवाह नहीं,
धन दौलत और शोहरत की, अब मुझ को चाह नहीं
क्या करूँ  कांच के टुकड़ों का, मैंने हीरा पा लिया,
बनवारी तेरी यारी ने........

तुम जो प्रेम पतंग बनो, बन जाऊँगी डोर मैं,
उड़ती फिरूं गगन में संग संग, चारों ओर मैं
कहे किशन ,तेरी पद रैनू ने, जग बंधन छुड़ा लिया,
बनवारी तेरी यारी ने.............

 

ise kahte hai bajrang bala इसे कहते हैं बजरंगबाला

इसे कहते हैं बजरंगबाला

प्रेम के रंग में ऐसी डूबी बन गया एक ही रूप
अपने आप से बाते करके हो गयी मैं बदनाम
साँसों की माला पे सिमरु मैं जय श्री राम

राम नाम जपते है मस्ती में रहते है
देव है ये सबसे निराला
इसे कहते हैं बजरंगबाला
ओ बाला इसे कहते हैं बजरंगबाला

मंगल को जन्मे है मंगल ही करते
शुक्र और शनि जिनका पानी है भरते
राम का दीवाना है कहता ये जमाना है
देव है ये सबसे निराला इसे कहते हैं बजरंगबाला
ओ बाला इसे कहते हैं बजरंगबाला

नारियल हो के साथ सवा रुपैया
भेंट जो चढ़ाए पार कर देते नैया
बिगड़ी ये बनाते है गले से लगाते है
ऐसे है अंजनी के लाला
इसे कहते हैं बजरंगबाला
ओ बाला इसे कहते हैं बजरंगबाला

सिर पे मुकुट कुण्डल कानो में सोहे
झांकी निराली जो भक्तों को मोहे
बाँध के लंगोटा जो लेके हाथ सोटा जो
दुष्टों का मुंह करते काला
इसे कहते हैं बजरंगबाला
ओ बाला इसे कहते हैं बजरंगबाला

जानकी के प्यारे है अंजनी के दुलारे है
कलयुग में हमसब भक्तों के सहारे है
राम का दीवाना है कहता जमाना है
नरसी को तुमने संभाला
इसे कहते हैं बजरंगबाला
ओ बाला इसे कहते हैं बजरंगबाला

राम नाम जपते है मस्ती में रहते है
देव है ये सबसे निराला इसे कहते हैं बजरंगबाला
ओ बाला इसे कहते हैं बजरंगबाला

साउन्ड स्पीकर खरीदें https://amzn.to/43aTdrQ



TUMHE DILLAGI BHUL JANI PADEGI - तुम्हें दिल्लगी भूल जाने पड़ेगी


तर्ज - तुम्हें दिल्लगी भूल जाने पड़ेगी
 

कोई श्याम सुन्दर से कह दो ये जाके
भुला क्यों दिया हमे अपना बना के
कोई श्याम सुन्दर से कह दो ये जाके
भुला क्यों दिया हमे अपना बना के
 
अभी मैंने तुमको निहारा नहीं है
तुम्हारे सिवा कोई हमारा नहीं है,
चले क्यों गए श्याम दीवाना बना के
भुला क्यों दिया हमे अपना बना के
कोई श्याम सुन्दर से कह दो ये जाके
भुला क्यों दिया हमे अपना बना के

अभी मेरी आँखों में आसू भरे है
जख्म मेरे दिल के अभी भी हरे है
अगर तुम ना आये तो दिल क्या करेगा
तुम्हारे लिए ही तडपता रहेगा
निभाना नहीं था तो पहले ही कहते
बुझाते हो क्यों आग दिल में लगा के

भुला क्यों दिया हमे अपना बना के
कोई श्याम सुन्दर से कह दो ये जाके
भुला क्यों दिया हमे अपना बना के
भुला क्यों दिया हमे अपना बना के
कोई श्याम सुन्दर से कह दो ये जाके
भुला क्यों दिया हमे अपना बना के 

BELOW THE LINK  https://www.amazon.in/gp/product/B00UZ5AK8M?smid=AT5ERXWN8WQNA&psc=1&linkCode=ll1&tag=dksaini560b-21&linkId=4f015ad236cab26a98d557b04f256e6c&language=en_IN&ref_=as_li_ss_tl

KIRTAN KI HAI RAT BABA AAJ THANE AANO HAI कीर्तन की है रात बाबा आज ठाणे आणो है

 कीर्तन की है रात बाबा आज ठाणे आणो है ।

कीर्तन की है रात बाबा आज ठाणे आणो है ।
थारे कोल निभानु हे

दरबार सावरिया, ऐसो सजो प्यारो, दयालु आप को
सेवा में सावरिया, सगला खड़ा डिगे, हुकम बस आप को
सेवा में थारी म्हणे आज बिछ जणू हे, थारे कोल निभानु हे
कीर्तन की है रात...

कीर्तन की है तैयारी,  कीर्तन करा जमकर, प्रभु क्यु देर करो
वादों थारो दाता, कीर्तन में आने को, घणी मत देर करो
भजनासु ठाणे म्हणे आज रिझाणु है, थारे कोल निभानु हे
कीर्तन की है रात...

जो कुछ बनो म्हासु, अर्पण परभू सारो, प्रभु स्वीकार करो
नादाँ सु गलती होती ही आई है, ब्रभु मत ध्यान धरो
नंदू सावरिया थानों दास पुरानो है, थारे कोल निभानु हे
कीर्तन की है रात...





 

MEETHI MEETHI MERE SAWRE KI - मीठी-मीठी मेरे सांवरे की....


 मीठी-मीठी मेरे सांवरे की....

मीठी-मीठी मेरे सांवरे की....
मीठी-मीठी मेरे सांवरे की मुरली बाजै.... मीठी मुरली बाजै....
होकर श्याम की दीवानी राधा-रानी नाचै ॥,
मीठी-मीठी मेरे सांवरे की मुरली बाजै.... प्यारी बंसी बाजै....
होकर श्याम की दीवानी राधा-रानी नाचै ॥,

छोटो सो कन्हैयों मेरो बांशुरी बजावै ॥,
यमुना की नारी देखो रास-रचावै,
पकड़ी राधे जी की बईयां....
पकड़ी राधे जी की बईयां, देखो घुमर-घाले,
हो... देखो घुमर-घाले,
होकर श्याम की दीवानी राधा-रानी नाचै ॥,
मीठी-मीठी मेरे सांवरे की मुरली बाजै... प्यारी बंसी बाजै...
होकर श्याम की दीवानी राधा-रानी नाचै ॥,

छम-छम बाजे देखो राधे की पैजनियाँ ॥,
नाचे रे कन्हैयों मेरो छोड़ के मुरलियां ॥,
राधे संग में नैन लड़ावे....
राधे संग में नैन लड़ावे, नाचै सागे-सागे,
हो... नाचै सागे-सागे,
होकर श्याम की दीवानी राधा-रानी नाचै ॥,
मीठी-मीठी मेरे सांवरे की मुरली बाजै... प्यारी बंसी बाजै...
होकर श्याम की दीवानी राधा-रानी नाचै ॥,

प्यारी-प्यारी लागे देखो जोड़ी राधे-श्याम की ॥,
शान है या जान है या देखो सारे गाँव की ॥,
राधे-श्याम की जोड़ी ने....
राधे-श्याम की जोड़ी ने, हिबड़े माहि राखै,
हो... हिबड़े माहि राखै,
होकर श्याम की दीवानी राधा-रानी नाचै ॥,
मीठी-मीठी मेरे सांवरे की मुरली बाजै... प्यारी बंसी बाजै...
होकर श्याम की दीवानी राधा-रानी नाचै ॥

बाजे रे मुरलियां देखो बाजे रे पैजनियाँ ॥,
भगतां ने बनाले तेरे गाँव की गुजरियां ॥
हो करदे बनवारी यों काम....
हां करदे बनवारी यों काम, तेरो कांई लागै,
हो... तेरो कांई लागै,
होकर श्याम की दीवानी राधा-रानी नाचै ॥,
मीठी-मीठी मेरे सांवरे की मुरली बाजै... प्यारी बंसी बाजै...
होकर श्याम की दीवानी राधा-रानी नाचै ॥

 

ARTI AVADH VIHARI KI - आरती अवध बिहारी की, दयामयी जनकदुलारी की।।

आरती अवध बिहारी की, दयामयी जनकदुलारी की।।

आरती अवध बिहारी की,
दयामयी जनकदुलारी की।।


सिंहासन सोहे युगल सरकार,
परस्पर हँसी हेरत हर बार,
मधुर कछु बोल लेत मन मोल,
ललित छवि प्रीतम प्यारी की,
दयामयी जनकदुलारी की,
आरतीं अवध बिहारीं की,
दयामयी जनकदुलारी की।।


अलोकत पाय अंजनीलाल,
निरखि पग पंकज होत निहाल,
कहत रघुराई धन्य सेवकाई,
पवनसुत गिरिवर धारी की,
दयामयी जनकदुलारी की,
आरतीं अवध बिहारीं की,
दयामयी जनकदुलारी की।।


भरतजू ठाड़े भाव विभोर,
लखन रिपु दमन लाल करजोर,
लखे मुख चंद लेत आनंद,
धन्य शोभा धनुधारी की,
दयामयी जनकदुलारी की,
आरतीं अवध बिहारीं की,
दयामयी जनकदुलारी की।।


आरती जो कोई जन गावे,
प्रभु पद प्रेम अवश्य पावे,
शरण राजेश दवे अवधेस,
बोलिए जय जय भयहारी की,
दयामयी जनकदुलारी की,
आरतीं अवध बिहारीं की,
दयामयी जनकदुलारी की।।


आरती अवध बिहारी की,
दयामयी जनकदुलारी की।।


 

इतनी जल्दी करो ना जाने की ITNI JALDI KARO NA JAANE KI

इतनी जल्दी करो ना जाने की

हर लम्हा गुजरता है खता वार हमारा
मरना भी अब तो मरना है दुश्वार हमारा
हमने तो सिर्फ आस लगाई है हरी से
है उसके सिवा कौन मददगार हमारा

इतनी जल्दी करो ना जाने की
सांस रुक जाएगी दीवाने की
इतनी जल्दी करो ना जाने की ………

आप आए बहार आई है
जागी किस्मत गरीब खाने की
इतनी जल्दी करो ना जाने की……….

आओ मेरे करीब आ जाओ
आरजू है गले लगाने की
इतनी जल्दी करो ना जाने की……….

रूठना है तो रूठ जाओ तुम
हमको फुर्सत नहीं मनाने की
इतनी जल्दी करो ना जाने की……….

धड़कने और बढ़ गई दिल की
क्या जरूरत थी मुस्कुराने की
इतनी जल्दी करो ना जाने की………