मेरा दिल तो दीवाना हो गया मुरली बाले तेराMera dil to diwana ho gaya

 मेरा दिल तो दीवाना हो गया मुरली बाले तेरा॥

मुरली बाले तेरा,बंशी बाले तेरा॥
नजरो का निशाना हो गया मुरली बाले तेरा॥

दीवानगी ने क्या क्या दिखाया ।॥
दुनिया छुड़ाकर तुमसे मिलाया।
दुश्मन  जमाना हो गया मुरली बाले तेरा॥
मेरा दिल .............

जब से नजर से नजर मिल गयी है॥
उजड़े चमन की कली खिल गयी है।
क्या नजरे मिलाना हो गया मुरली बाले तेरा॥
मेरा दिल ............

यह दुनिया पागल खाना है,
जहा पागलआतेजाते है,
मेरा मेरा कहने वाले सब पागल बन कर जाते है,
कोई पागल है धन दोलत का कोई पागल नर नारी का,
पर सचा तो पागल बही है जो पागल है बनके बिहारी का,
तू मेरे प्यारा प्यारा मैं तेरा पागल ओ तिर्चि नजर से है दिल मेरा घायल,
मेरा दिल ............

प्राणों के प्यारे कहा तुम गए हो ।
मेरी आँखों के तारे कहा छुप गए हो।
मैं तो प्यार में पागल हो गया मुरली बाले तेरा॥
मेरा दिल..........

Aai bhar haste haste

 आई बहार हँसते-हँसते,

आया साँवला सरकार,
हँसते-हँसते।

परम अनूप आया,
त्रिभुवन का भूप आया.....-2
रघुवर सरताज हँसते हंसते,
आया साँवला सरकार हँसते-हँसते,
आई बहार हँसते-हँसते,
आया साँवला सरकार,
हँसते-हँसते।

नाथों का नाथ आया,
करने सनाथ आया....-2
श्रृष्टि सुधार हँसते हंसते,
आया साँवला सरकार हँसते-हँसते,
आई बहार हँसते-हँसते,
आया साँवला सरकार,
हँसते-हँसते।

तपसिन का त्याग,
भक्तन अनुराग आया.....-2
प्रेमिन का प्यार हँसते हंसते,
आया साँवला सरकार हँसते-हँसते,
आई बहार हँसते-हँसते,
आया साँवला सरकार,
हँसते-हँसते।

किसी का भगवान आया,
शंकर का ध्यान आया,
किसी का भगवान आया,
बाबा का ध्यान आया,
वेदों का सार हँसते हंसते,
आया साँवला सरकार हँसते-हँसते,
आई बहार हँसते-हँसते,
आया साँवला सरकार,
हँसते-हँसते।

भरत जी का भाई आया ,
जनकजी का जमाई आया।
मिथिला का श्रृंगार हँसते हंसते,
आया साँवला सरकार हँसते-हँसते,
आई बहार हँसते-हँसते,
आया साँवला सरकार,
हँसते-हँसते।

प्रगटे अवध में आके,
कौशल्या के लाल कहाके,
दशरथ कुमार हँसते हंसते,
आया साँवला सरकार हँसते-हँसते,
आई बहार हँसते-हँसते,
आया साँवला सरकार,
हँसते-हँसते।

तजि के साकेत आया,
परिकर को संग लाया,
भई जय-जयकार हँसते हंसते,
आया साँवला सरकार हँसते-हँसते,
आई बहार हँसते-हँसते,
आया साँवला सरकार,
हँसते-हँसते.......

Radha rani hame bhi bata de jara राधा रानी हमे भी बता दे ज़रा

 कान्हां की तस्वीर पे, रख के राधे हाथ,

सच्ची सच्ची बोलना, हम पूछे जो बात।
राधा रानी हमें भी बता दे ज़रा,
तेरा दीवाना कैसे हुआ सांवरा,
राधे राधे रटे हर घड़ी बाँवरा,
तेरा दीवाना कैसे हुआ साँवरा,
राधा रानी हमें भी बता दे ज़रा,
तेरा दीवाना कैसे हुआ सांवरा।

तुम ना आये तो जमुना पे आता नहीं,
तुम ना हो तो ये बंसी बजाता नहीं,
तेरी पानी सी लस्सी भी हँस के पिए,
हम खिलाये तो माखन भी खाता नहीं,
हम खिलाये तो माखन भी खाता नहीं,
जादू टोना, जादू टोना बता कौन सा है करा,
जादू टोना बता कौन सा है करा,
तेरा दीवाना कैसे हुआ सांवरा,
राधा रानी हमें भी बता दे ज़रा,
तेरा दीवाना कैसे हुआ सांवरा।

तेरी गलीयो के चक्कर लगाने लगा,
रोज़ बरसाने में आने जाने लगा,
चूड़ी वाली कभी मेहंदी वाली कभी,
रूप निश दिन नए ये बनाने लगा,
रूप निश दिन नए ये बनाने लगा,
दे जवाब, दे जवाब आज तू सोलह आने खरा,
तेरा दीवाना कैसे हुआ सांवरा,
राधा रानी हमें भी बता दे ज़रा,
तेरा दीवाना कैसे हुआ सांवरा।

कल तलक जो चरणजीत का मीत था,
जो निभाता सदा प्रीत की रीत था,
उसकी बंसी तेरे गीत गाने लगी,
जिसकी धुन में लिखा मैंने हर गीत था,
जिसकी धुन में लिखा मैंने हर गीत था,
रह गया, रह गया प्रेम मेरा धरा का धरा,
तेरा दीवाना कैसे हुआ सांवरा,
राधा रानी हमें भी बता दे ज़रा,
तेरा दीवाना कैसे हुआ सांवरा।

अंजनी के लाला ने,दुनिया में नाम कर दिया।। Choti umar me tune kaisa kamal kar diya

 लाल देह लाली लसे,अरु धरि लाल लंगूर ।

बज्र देह दानव दलन,जय जय जय कपि सूर


छोटी उम्र में  तूने कैसा,कमाल कर दिया।

अंजनी के लाला ने,दुनिया में नाम कर दिया।।


छोटी उम्र में तूने,सूरज को मुख में ले लिया

अंजनी के लाला ने कैसा कमाल कर दिया।

शंकर सुवन केसरी नंदन, तेज प्रताप महा जग वंदन।

राम जी के चरणों में शत शत वंदन।।

अंजनी के लाला ने दुनिया में नाम कर दिया।

बालापन में हनुमान ने सूरज को दबाया था

 बचपन में जब हनुमान ने वल अपना दिखलाया था

फल समझ के सूरज को मुख में आन दबाया

देख अन्धेरा पृथ्वी पर भगवान पास में आये,

अटल वरदान दिये हनुमत को सूरज मुख से छुड़ाया

देवताओं ने भी तुमको ऐसा वरदान दिया अंजनी के लाला ने दुनिया में नाम कर दिया

मेघनाद ने लक्ष्मण जी के बाण लगाया ऐसा था 

आयी मूर्छा गिरे पृथ्वी पर लक्ष्मण होश गवाया था

दोहा-

रो रहे भगवान लखन धर गोदी में

क्या करु हनुमान सिया गई चोरी में।।

आयी मूर्छा गिरे पृथ्वी पर लक्षमण होश गवाया था 

देखी हालत जब लखन लाल की, द्रोणागिरी को धाए थे

बूटी जब वो समझ न आई, पर्वत दिया उठाये

हनुमत ने लक्ष्मण जी को, जीवनदान दिया।

अंजनी के लाला ने,दुनिया में नाम कर दिया।